मां को लाटरी और सट्टा खेलने की लत लग गई. लाखों रुपए हार चुकी थी और कर्ज भी हो गया. उसे और रुपए की जरूरत थी, उसने बेटी को बताया. बेटी को पता था कि घर में लाखों रुपए रखे हैं.
उसने प्लानिंग कराकर घर में फर्जी लूट कराई. खुद मारपीट का बहाना बनाकर अस्पताल में भर्ती हो गई. पुलिस ने जांच शुरू की तो मामला फर्जी लगा. सख्ती से पूछताछ करने पर बेटी ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया. इसके बाद गाजियाबाद पुलिस ने बेटी, मां, ड्राइवर और जेवर खरीदने वाले ज्वैलर को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.
गाजियाबाद के सर्कल ऑफिसर अभय कुमार मिश्रा ने बताया कि 21 फरवरी को पुलिस को सूचना मिली की विजय नगर में रहने वाले रेलवे के रिटायर्ड अधिकारी नरेन्द्र कुमार के यहां बहू पूजा को बंधक बनाकर लूटपाट की गई. विरोध करने पर पूजा की पिटाई की और बेहोशी की दवा खिला दी गई. जिससे बाद में वो बेहोश हो गई.
इसके बाद बदमाश घर में रखी ज्वैलरी और नगदी लेकर फरार हो गए. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की, संदेह होने पर सख्ती से पूछताछ में पूरे मामले का खुलासा हुआ. पुलिस अधिकारी के अनुसार नरेन्द्र कुमार विजय नगर में रहते हैं.
वो 21 फरवरी को बड़े बेटे के साथ गांव हाथरस गए थे, वहीं उनकी पत्नी छोटे बेटे के साथ नोएडा में बेटी के घर चली गई. घर पर बहू पूजा अकेले थी. चूंकि पूजा को पहले से ही पता था कि 21 फरवरी को घर पर कोई नहीं होगा, इसलिए पहले से ही मां राजकुमारी को बता चुकी थी.
मां ड्राइवर को लेकर सुबह विजय नगर बेटी के घर पहुंच गई. पूजा ने मां को चाय नाश्ता कराने के बाद घर पर ज्वैलरी और नगदी दे दी और वो लेकर चली गई. फिर घर का सारा सामान बिखरा दिया और बेहोश होने का नाटक किया. परिजनों ने पुलिस को सूचना देने के बाद उसे तुरंत लेकर अस्पताल भर्ती कराया.
पूछताछ में पूजा ने पुलिस को बताया कि वो मां को बहुत प्यार करती है, उन्हें रुपए की जरूरत थी, इसलिए लूट की फर्जी कहानी गढ़ी थी. पुलिस ने ज्वैलर्स से आभूषण और मां के पास से नगदी बरामद कर ली है.
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