रायगढ़: प्रदेश भाजपा के मंत्री ओपी चौधरी ने मंगलवार को कलेक्टोरेट के सामने आंदोलनरत स्वच्छता कर्मियों के बीच जाकर उनके आंदोलन का समर्थन किया। इनके साथ प्रदेश भाजपा के कार्यसमिति सदस्य गुरुपाल सिंह भल्ला एवं जिला भाजपा के प्रवक्ता मनीष शर्मा भी मौजूद थे। स्वच्छताकर्मियों के साथ हो रहे अन्याय को अत्यंत ही दुर्भाग्य पूर्ण बताते हुये ओपी चौधरी ने कहा कि यह प्रदेश सरकार की मंशा को स्पष्ट कर रही है कि उनको स्वच्छताकर्मियों के साथ हो रहे अन्याय से कोई सारोकार नहीं।
उन्होंने कहा हम सभी जानते हैं कि विश्व कोविड-19 जैसे भयंकर महामारी से जुझ रहा है, ऐसी विपरित परिस्थितियों में जब मानव स्वयं अपने सगे-संबंधियों से दूरी बनाकर रहने में विवश है, पुत्र अपने पिता की अर्थी को कांधा नहीं दे पा रहा, प्रकति के साथ हुये छेड़छाड़ का दंड हम सभी ने भोगा, ऐसे कठिन दौर में हमारी सेवा के लिये यदि कोई खड़ा है तो वह हैं हमारे स्वच्छतादूत एवं स्वास्थ्यदूत।
आज भूपेश राज में हमारे यह स्वच्छतादूत अपने लिये इंसाफ मांगने धरने में बैठने को मजबूर हैं। प्रदेश सरकार पर आरोप मढ़ते हुए चौधरी ने कहा कोरे वादे एवं झूठ की बुनियाद डालकर इन्होंने सत्ता रुपी ईमारत खड़ी की है, तो इनका हृदय भी उसी तरह कठोर हो चला है। जो इनको स्वच्छतादूतों की तकलीफ नजर नहीं आ रही।
जिला भाजपा की आवश्यक बैठक में रायगढ़ आये ओपी चौधरी को जैसे ही स्वच्छता कर्मियों के आंदोलन की खबर लगी, उन्होंने तत्काल धरना स्थल में पहुंचकर स्वच्छता कर्मियों की व्यथा सुनी। स्वचछताकर्मियों ने बताया कि राज्य आपदा मिशन निधीमत अंतर्गत इन्हे 29 सितंबर 2020 से स्वच्छता कर्मी पद पर मेडिकल कॉलेज रायगढ़ में नियुक्त किया गया। वो भी ऐसे कठिन दौर में जब मानव समाज एक छोटे से अदृश्य वायरस के डर से घरों में कैद था
ये अपना सामाजिक कर्तव्य निभाने, इन पदों में कार्यरत हुए, परंतु अब स्थिति पहले से बेहतर है तो इन्हें इनके कार्यो से मुक्त किया जा रहा है। स्वच्छताकर्मियों की टीस को महसूस कर ओपी चौधरी ने तत्काल जिला प्रशासन के मुखिया से बात की और आंदोलनरत स्वच्छतादूतोंं को इनसे मिलवाया। कड़े लहजे में ओपी चौधरी ने कहा कि इनके साथ हो रही नाइंसाफी हमें मंजूर नहीं, यदि जिला प्रशासन तत्काल इनके आवेदन पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं करता तो पूरी भाजपा मुखर होकर इसके लिये आंदोलन करेगी।
उन्होने कहा कि सर्वप्रथम कल ही इन स्वच्छतादूतोंं को कोरोना वेक्सीन की पहली डोज दी जाए। केन्द्र सरकार की मंशा कोरोना वैक्सीन को लेकर बेहद स्पष्ट है कि स्वास्थ्य कर्मचारी एवं स्वच्छताकर्मियों को पहले चरण में ही वैक्सीन लगना है, परंतु हमने कोरोना काल के प्रथम माह से ही प्रदेश सरकार की विपरीत कार्यप्रणाली को देखा है। इनकी इच्छाशक्ति है ही नहीं कि ये इस भयंकर महामारी से लड़ सकें। प्रदेश कार्यसमिति सदस्य गुरुपाल सिंह भल्ला ने भी इनको आश्वस्त करते हुये कहा कि हम पूरी उर्जा के साथ आप लोगों को न्याय दिलाने हेतु संघर्ष करेंगे।
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