मध्यप्रदेश के सीधी में मंगलवार को बड़ा सड़क हादसा हो गया। सीधी के रामपुर नैकिन थाना इलाके में 54 यात्रियों से भरी बस नहर में गिर गई। अब तक 38 शव निकाले जा चुके हैं। इस दर्दनाक हादसे के बाद सात लोगों को बचाया गया।
जबकि ड्राइवर तैरकर बच निकला। उसे हिरासत में लिया है। मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बस हादसे को लेकर सीधी के कलेक्टर से बात की। दर्दनाक हादसे को देखते हुए शिवराज सिंह ने गृह प्रवेश कार्यक्रम को स्थगित कर दिया।
मृतकों के परिजनों को पांच-पांच लाख रुपये मुआवजा देने की घोषणा की गई। जानकारी के मुताबिक, जिस समय यह हादसा हुआ, बस सीधी से सतना जा रही थी। साइड लेने के दौरान वह पुलिया से सीधे नहर में जा गिरी। घटना की खबर मिलते ही आसपास के ग्रामीण व अन्य लोग बस में फंसे लोगों की मदद में जुट गए।
घटना की जानकारी मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण इकट्ठे हो गए। एसडीआरएफ और गोताखोरों ने मौके पर पहुंचकर बचाव कार्य शुरू कर दिया। घटना की जानकारी लगते ही बस में सवार लोगों के स्वजन भी मौके पर पहुंच रहे हैं मौके पर कोहराम मचा हुआ है। नहर की गहराई 20 से 22 फीट बताई जा रही है।हादसे के चार घंटे बाद 11.45 बजे क्रेन की मदद से बस को बाहर निकाला गया।
चालक की जल्दबाजी ने लील 30 से ज्यादा जिंदगियां
पुलिस के मुताबिक, बस की क्षमता 32 सवारियों की थी, लेकिन इसमें 54 यात्री भर लिए गए थे। सीधी मार्ग पर छुहिया घाटी से होकर बस को सतना जाना था, लेकिन यहां जाम की वजह से ड्राइवर ने रूट बदल दिया। वह नहर के किनारे से बस ले जा रहा था। यह रास्ता काफी संकरा था और इसी दौरान ड्राइवर ने संतुलन खो दिया।
बता दें कि झांसी से रांची के जाने वाला हाईवे सतना, रीवा, सीधी और सिंगरौली होते हुए जाता है। यहां जगह-जगह सड़क खराब और अधूरी है। इस वजह से यहां आए दिन जाम की स्थिति रहती है।
बचाव टीम के संपर्क में हैं शिवराज
शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर तत्काल संज्ञान लिया। उन्होंने कहा, ”नहर काफी गहरी है। हमने तत्काल बांध से पानी बंद करवाया और राहत और बचाव दलों को रवाना किया। कलेक्टर, एसपी और एसडीआरएफ की टीम वहां है। बस निकालने के प्रयास हो रहे हैं। मैं राहत और बचाव कार्य करने वाली टीम के संपर्क में हूं। सात साथी बचाए जा चुके हैं।”
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