नई दिल्ली: इन दिनों प्रेमी-प्रेमिकाओं का सप्ताह चल रहा है यानि वेलेंटाइन वीक चल रहा है। इस पूरे सप्ताह को प्रेमी-प्रेमिका अलग-अलग अंदाज में सेलीब्रेट करते हैं। इसमें लोग एक-दूसरे से अपने प्यार का इजहार करते हैं। इस दौरान बहुत से लोग इंटिमेट भी होते हैं। लेकिन बड़ा सवाल ये है कि क्या प्यार में सेक्स करना जरूरी है? हालांकि इस संबंध में लोगों की अलग-अलग राय है। कुछ लोग प्यार में सेक्स को जरूरी समझते हैं तो कुछ इसे जरूरी नहीं मानते। तो चलिए आपको बताते हैं कि प्यार में सेक्स को लेकर लोगों की क्या राय है…
एक-दूसरे को समझना जरूरी
फर्स्ट केयर क्लिनिक नाम की एक वेबसाइट पर छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक रिलेशनशिप में सेक्स के लिए उतावलापन से पता चलता है कि वह रिलेशनशिप अभी पूरी तरह से मैच्योर नहीं है। ऐसे रिलेशनशिप की लाइफ टिकाऊ नहीं होती। वहीं, जब आप इंटिमेट होने से पहले अपने पार्टनर को समय देते हैं तो उसे आपको समझने के लिए वक्त मिलता है। आप खुद और अपने पार्टनर को यह सीखने का मौका देते हैं कि कैसे आप दोनों को बात करनी चाहिए।
सेक्स का दिमाग पर होता है असर
जानकारों का मानना है कि सेक्स से आपके दिमाग में एक गहरी बॉन्डिंग बनती है। लेकिन जब कोई रिश्ता टूटता है तो भावनात्मक रूप से आपको चोट पहुंचती है। इससे आपके मस्तिष्क में एक नकारात्मक चीज पैदा होती है। ऐसे में रिश्ते की मजबूती और एक दूसरे को अच्छी तरह समझे बिना सेक्स की ओर न बढ़ें।
इंतजार करने में है रोमांस का राज
अगर आप रिलेशनशिप के शुरुआती दिनों में सेक्सुअल रिलेशन बना लेते हैं तो शादी के बाद जब आप अपने बेडरूम में होते हैं तो आपके पास कुछ नया करने के लिए नहीं होता। इससे आपके बीच रोमांस का स्तर भी घट जाता है। करीब 10 साल पहले 2010 में जॉर्नल ऑफ फैमिली साइकोलॉजी में छपी एक रिपोर्ट में कहा गया था कि जो कपल सेक्स के लिए शादी तक इंतजार करते हैं वो शादी से पहले सेक्स करने वाले कपल की तुलना में सेक्स की गुणवत्ता के मामले में ज्यादा खुशहाल होते हैं।
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