बीजापुर। बीजापुर व सुकमा के पत्रकारों के विरूद्ध नक्सलियों के दक्षिण सब जोनल कमेटी द्वारा नामजद पर्चे में नक्सलियों द्वारा जिन पत्रकारों के नाम लिखे गए हैं उसमें गणेश मिश्रा, लीलाधर राठी, पी विजय, फारुख अली, शुभ्रांशु चौधरी पर आरोप लगाते हुए नक्सलियों ने जनता के जनअदालत में सजा देने की बात कही है।
इस मामले को लेकर बीजापुर पत्रकार भवन में पत्रकारों की बैठक आहूत की गई थी। जिसमें सर्व सम्मति से नक्सलियों की इस करतूत का पुरजोर विरोध करते हुए निंदा प्रस्ताव पारित किया गया। वहीं आंदोलन की रूपरेखा भी तय करते हुए निर्णय लिया गया कि नक्सलियों के विरूध्द पत्रकार चरणबद्ध आंदोलन करेंगे।
जिसके तहत बीजापुर जिला मुख्यालय से 22 किमी दूर गंगालूर में आगामी 16 फरवरी को बाइक रैली निकाली जाएगी, साथ ही एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी होगा। प्रदर्शन में प्रदेश के सभी जिलों के पत्रकारों से अपील की गई है कि वे अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर मीडिया की स्वतंत्रता की इस लड़ाई में अपना योगदान दें।
गंगालूर में 16 फरवरी को आयोजित बाइक रैली धरना-प्रर्दशन के उपरांत 18 फरवरी को संभाग मुख्यालय जगदलपुर में धरना-प्रर्दशन तय किया गया है, जहां आंदोलन की आगे की रूपरेखा में 20, 21 व 22 फरवरी को सुकमा और बीजापुर के सदहदीं नक्सलियों के आधार इलाके में बाइक रैली निकाली जाएगी। जिसमें देश भर के पत्रकारों के साथ लेखक, समाजसेवी, मानवाधिकार कार्यकर्ता भी शामिल होंगे।
बैठक में बीजापुर जिले के पत्रकारों ने नक्सलियों के नामजद पर्चे की भत्र्सना करते हुए कहा कि दक्षिण बस्तर में पत्रकार विषम परिस्थितियों में पूरी ईमानदारी से पत्रकारिता कर रहे हैं। इस दौरान पत्रकार कभी पुलिस तो कभी नक्सलियों के निशाने पर आ जाते हैं।
इससे पूर्व पत्रकार साथी साई रेड्डी, नेमीचंद जैन ने पत्रकारिता धर्म निभाते शहादत दे चुके हैं। मीडिया की स्वतंत्रता बनाए रखने यह आवश्यक है कि पूर्व घटित घटनाओं व वर्तमान में नामजद पर्चे को गंभीरता से लेते सभी पत्रकार एकजुट हो जाए। इसलिए आगामी 16 फरवरी को आहुत धरना प्रर्दशन में अधिक से अधिक संख्या में शामिल होकर पत्रकार अपनी एकता और मीडिया की स्वतंत्रता को बनाए रखने में अपना योगदान दें।
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