धमतरी। धमतरी का शिक्षा विभाग लगातार अपने उटपटांग आदेशों के कारण चर्चा में बना रहता है। ऐसा ही एक आदेश फिर से जिला शिक्षाधिकारी द्वारा जारी किया गया जिसमें जिले के समस्त विद्यालयों में कार्यरत शिक्षकों/कर्मचारियों का 7 दिनों के भीतर पुलिस वेरिफिकेशन करवाने की बात कही गई है।
शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रांताध्यक्ष वीरेंद्र दुबे ने इस आदेश पर आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा- माना कि किसी भी कर्मचारी की नियुक्ति के पहले पुलिस वेरिफिकेशन की जाती है। तत्पश्चात ही नियुक्ति पत्र जारी की जाती है, तो क्या जिले का शिक्षाविभाग और नियुक्तिकर्ता अब तक लापरवाह बना हुआ था जिसने अब तक बिना वेरिफिकेशन नियुक्ति कर दी!! परीक्षा के समय ऐसा आदेश सर्वथा गलत है, शिक्षक परीक्षा करवाने की तैयारी करे या पुलिस थाने जाकर लाइन लगाए!!
शालेय शिक्षाकर्मी संघ के प्रांतीय प्रवक्ता जितेन्द्र शर्मा ने इस पूरे घटनाक्रम की जानकारी देते हुए बताया कि लगता है जिले अधिकारियों को सुर्खियों में रहने की आदत है, इसीलिये इस तरह की अव्यवहारिक आदेश जब तब निकालते रहते हैं, अभी कुछ दिनों पूर्व ऐसे ही एक और आदेश से विवाद हुआ था, तब सोशल मीडिया और समाचारपत्रों में जिले की किरकिरी हुई थी। जो काम नियुक्ति के समय विभाग को करना था वो अब कर रही है, यदि नियुक्ति के समय वेरिफिकेशन नही किये तब भी वो गलत है और यदि तब वो वेरिफिकेशन कर लिए थे और अब फिर पुलिस वेरिफिकेशन की बात कर रहे तो भी गलत है। शिक्षकों को परेशान करना बंद करें।
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