बिलासपुर: 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद के जयंती के अवसर पर पूरे देश में राष्ट्रीय युवा दिवस का आयोजन किया जाता है जिसमें पूरे देश के युवा बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते हैं और स्वामी विवेकानंद जी के विचारों व कार्यों को जनमानस तक पहुंचाने का कार्य करते हैं.
इसी कड़ी में “मोर भुइयां फाउंडेशन” जिला बिलासपुर के द्वारा भी एक विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया ताकि नई पीढ़ी स्वामी जी के समाजसेवी व राष्ट्र निर्माण के लिए प्रेरित कार्यों से परिचित हो सके. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि व मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रांत प्रचारक श्री प्रेम शंकर सिदार जी मौजूद रहे.
वंही विशिष्ट अतिथि के रूप में शुद्ध योग केंद्र की संचालिका सुश्री मोनिका पाठक जी तथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के पूर्व प्रदेश मंत्री श्री सन्नी केसरी जी मौजूद रहे इस कार्यक्रम के प्रारंभ में छोटे बच्चों के द्वारा मंच पर योग प्रदर्शन किया गया और मोनिका पाठक जी ने बताया कि “स्वामी विवेकानंद भी मानते थे कि स्वस्थ शरीर में ही स्वस्थ मस्तिष्क का निवास होता है और इसलिए हमें योग, व्यायाम, आसन प्राणायाम आदि के माध्यम से शरीर को स्वस्थ और तंदुरुस्त रखना चाहिए.”
इस मौके पर अपना उद्बोधन रखते हुए प्रांत प्रचारक श्री प्रेम शंकर सिदार जी ने कहा कि “विवेकानंद इस देश की आत्मा है, और यदि कोई भी व्यक्ति भारत देश को जानना चाहता है तो उसे विवेकानंद को जानना चाहिए विवेकानंद जी को पढ़ना चाहिए. विवेकानंद जी ने चरित्र निर्माण पर अत्याधिक बल दिया क्योंकि चरित्रवान युवा ही सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकता है स्वावलंबन व स्वाभिमान की व्याख्या करते हुए उन्होंने विवेकानंद के जीवन चरित्र से नई पीढ़ी को शिक्षा ग्रहण करने की बात कही.”
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि श्री सन्नी केसरी जी ने “मोर भुइयां फाउंडेशन” के विषय में बताते हुए कहा कि “इसका उद्देश्य इस देश व प्रदेश के महापुरुषों के विचारों से नई पीढ़ी को अवगत कराना है और विभिन्न जयंती एवँ गोष्ठियों जैसे कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रवाद व राष्ट्रप्रेम की ज्वाला की निरंतरता बनाए रखना है.” कार्यक्रम का संचालन अंकित पाल ने किया और कार्यक्रम में बड़ी संख्या में भाग लेकर शहर के युवा लाभान्वित हुए.
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