नई दिल्ली. भारत दुनिया के सबसे बड़े कोरोना टीकाकरण अभियान (Covid Vaccination Drive) की तैयारी कर रहा है. इसे लेकर सरकार की तरफ से फुलप्रूफ प्लानिंग की गई है कि कैसे वैक्सीन आम लोगों तक बिना किसी मुश्किल पहुंचेगी. इस संबंध में न्यूज़18 से बातचीत में नेशनल कोविड टास्क फोर्स के हेड डॉ. विनोद पॉल (Dr. Vinod Paul) ने विस्तृत जानकारी दी है.
तीस करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना है
विनोद पॉल ने बताया है कि कोविड टीकाकरण के लिए सरकार, इंडस्ट्री और अन्य स्टेकहोल्डर्स एक साथ मिलकर टीम की तरह काम रहे हैं. उन्होंने बताया कि पहले फेज में देश के तीस करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना है. इन्हें प्राथमिकता के आधार पर चुना गया है.
ऐसे वैक्सिनेशन प्वाइंट्स तक पहुंचेगी कोविड वैक्सीन
वैक्सीन सप्लाई सिस्टम को लेकर डॉ. पाल ने कहा है कि देश में इसके 31 बड़े स्टॉक हब होंगे. इन स्टॉक हब से सभी राज्यों के 29 हजार वैक्सिनेशन प्वाइंट्स तक वैक्सीन की सप्लाई की जाएगी. सरकार साफ कर चुकी है कि लोगों के टीकाकरण में आर्थिक मामलों को आड़े नहीं आने दिया जाएगा.
कोरोना डेथ कम करने के लिए हाई रिस्क ग्रुप का पहले किया जाएगा टीकाकरण
डॉ. पॉल ने साफ किया कि इस वक्त वैक्सिनेशन को लेकर फ्रंटलाइन वर्कर्स और उम्रदराज लोग प्राथमिकता में हैं. देश की पूरी जनसंख्या का टीकाकरण पहले फेज में नहीं किया जाएगा. कोरोना की वजह से कम से कम मौत हो इसी वजह से हाई रिस्क वाले लोगों को पहले वैक्सिनेशन की लिस्ट में शामिल किया गया है.
गौरतलब है कि गुरुवार को एक्सपर्ट पैनल ने सीरम इंस्टिट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन कोविशील्ड को इमरजेंसी यूज के लिए मंजूरी दी है. अब डीजीसीए को इस पर फैसला लेना है. ब्रिटेन में इस वैक्सीन को इमरजेंसी यूज की अनुमति दी जा चुकी है.
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