नई दिल्ली. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग का कहना है कि अगले कुछ दिन में राजधानी दिल्ली और उत्तर भारत के इलाकों में कड़ाके की ठंड पड़ने वाली है, ऐसे में घर में बैठे-बैठे या नए साल की पार्टी में शराब पीना बहुत नुकसानदेह हो सकता है. प्रभाव आधारित अपनी ताजा सलाह में मौसम विभाग ने कहा है कि 28 दिसंबर से पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में ‘भयंकर’ शीतलहर चलने का अनुमान है. इस दौरान उच्चतम तापमान गिरकर 3 से 5 डिग्री तक आ सकता है. सवाल ये है कि मौसम विभाग ने ऐसी एडवायजरी क्यों जारी की?
कड़ाके की ठंड में शराब से दूरी क्यों जरूरी?
मौसम विभाग ने अपनी एडवायजरी में कहा है कि कड़ाके की सर्दी और शीतलहर के दौरान फ्लू, जुकाम, नाक से खून निकलने जैसी समस्याएं होने की आशंका है और जो ऐसी दिक्कतों से जूझ रहे हैं और जो लंबे समय तक ठंड रहने के कारण उनकी परेशानियां भी बढ़ेंगी. एडवायजरी में कहा गया है, ‘‘शराब ना पिएं. इससे आपके शरीर का तापमान कम होता है. घर के भीतर रहें. विटामिन सी युक्त फलों का सेवन करें, अपनी त्वचा को नरम रखें, ताकि कड़ाके की ठंड के प्रभाव से बचा जा सके.’’
शीतलहर के कुप्रभावों से बचने के लिए मौसम विभाग ने अपने सुझावों की लिस्ट भी जारी की है और इनमें से एक ये भी है कि कड़ाके की ठंड में शराब से दूर रहें. विभाग ने लोगों से घरों में रहने और कंपकंपी जैसी चीजों को इग्नोर ना करने की सलाह दी है. नोटिस में कहा गया है कि कंपकंपी इस बात का लक्षण है कि शरीर का तापमान कम हो रहा है. घर के अंदर रहें.
बढ़ जाता है हाइपोथर्मिया का खतरा
अमेरिकी आर्मी के रिसर्च इंस्टीट्यूट ऑफ एनवॉयरमेंटल मेडिसिन और थर्मल फिजियोलॉजी और मेडिसिन विभाग द्वारा साझे में किए गए एक अध्ययन के मुताबिक शराब से शरीर का मूल तापमान कम हो जाता है और इससे हाइपोथर्मिया का खतरा बढ़ जाता है, जोकि कड़ाके की ठंड में जानलेवा हो सकता है. हाइपोथर्मिया एक तरह की बीमारी होती है, जब शरीर गर्मी पैदा करने से पहले ही इसे खो देता है, लिहाजा शरीर का तापमान खतरनाक स्तर तक कम हो जाता है.
हालांकि कुछ लोगों को लगता है कि शराब से शरीर का तापमान बढ़ता है और गर्मी महसूस होती है. लेकिन, भारतीय मौसम विभाग और स्वास्थ्य विशेषज्ञों का सोचना अलग है. शराब पीने से लोगों को गर्मी महसूस हो सकती है, लेकिन वास्तव में यह शरीर का तापमान कम देता है और अगर आप शीतलहर की चपेट में आते हैं तो इससे इम्यूनिटी पर असर पड़ता है और यह घातक साबित हो सकती है.
पहाड़ी इलाकों में बर्फबारी का अनुमान
मौसम विभाग के क्षेत्रीय पूर्वानुमान केन्द्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव ने कहा कि हिमालय के ऊपरी हिस्से में ताजा पश्चिमी विक्षोभ के कारण रविवार और सोमवार को तापमान में कुछ वृद्धि होगी, लेकिन यह राहत बहुत कम समय के लिए मिलेगा. पश्चिमी विक्षोभ के कारण जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में ताजा बर्फबारी का अनुमान है.
मौसम विभाग का कहना है कि विक्षोभ समाप्त होने के बाद पश्चिमी हिमालय से ठंडी और रूखी पछुआ हवा चलेगी, जिससे उत्तरी भारत में न्यूनतम तापमान गिरेगा और यह तीन से पांच डिग्री सेल्सियस के बीच रहेगा.
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