कोरबा. स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि प्रदेश सरकार 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं तय समय पर कराना चाहती है। लेकिन परीक्षाएं नहीं होती हैं तो छात्रों को आंतरिक मूल्यांकन के आधार नंबर प्रदान किए जाएंगे।
इसकी तैयारी पहले से की जा रही है। बोर्ड परीक्षाएं के पाठ्यक्रम तैयार किए गए हैं। किस माह किस इकाई की पढ़ाई होनी है? इसकी कार्य योजना तैयार है। चेपटर को बढ़ाने के बाद छात्रों का आंतरिक मूल्यांकन स्कूल में किया जा रहा है। बोर्ड परीक्षाएं नहीं होने पर आंतरिक मूल्यांकन के आधार पर छात्रों को वार्षिक परीक्षा में अंक प्रदान किए जाएंगे।
अंतरिक मूल्यांकन के नंबर बोर्ड परीक्षा के नंबर में शामिल होंगे। कोरबा प्रवास के दौरान मीडिया से चर्चा कर रहे थे। उन्होंने माना कि कोरोनाकाल में छात्रों की पढ़ाई पर असर पड़ा है। ऑनलाइन कक्षाएं लगाई जा रही है। शहरी क्षेत्रों में नेटवर्क की सुविधा होने से छात्रों को पढ़ाया जा रहा है। ज्यादा दिक्कत नहीं है। जहां नेटवर्क की कमी है, वहां के छात्रों को परेशानी हो रही है। इसे दूर करने के लिए सरकार ने पढ़ाई तुंहर पारा शुरू किया है।
कोरोना के रिपिट होने की आशंका इसलिए नहीं खुलेंगे स्कूल
शिक्षा मंत्री डॉ. पे्रमसाय सिंह टेकाम ने कोरोनाकाल में स्कूल को खोलने की संभावना से इनकार किया है। उन्होंने कहा कि कुछ प्रदेश में वहां की सरकार ने स्कूलों को खोला था। उनका अनुभव अच्छा नहीं रहा है। एक्सपर्ट ने कोरोना वायरस के रिपिट होने की आशंका जताई है। इस स्थिति में स्कूलों को खोलना मुश्किल है।
चालू सत्र में नहीं खुले ताले
कोविड- 19 के संक्रमण की आशंका से स्कूलों में ताला लगा हुआ है। स्कूल में छात्रों की पढ़ाई नहीं हो रही है। इसकी भरपाई के लिए सरकार ने स्कूल प्रबंधन को ऑनलाइन क्लास शुरू करने के लिए कहा है। चालू सत्र में एक दिन भी स्कूल नहीं खुले हैं। शिक्षा मंत्री के बयान से स्पष्ट है कि चालू सत्र में स्कूलों को खोलने को लेकर सरकार तैयार नहीं है।
Add Comment