इस महीने सेमेस्टर परीक्षा आयोजित नहीं होगी। दिसंबर की सेमेस्टर परीक्षा का आयोजन फरवरी में हो सकता है। इसी तरह रविवि के एनुअल एग्जाम भी इस बार देर से शुरू होगी। मार्च में परीक्षा की संभावना कम है। कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार शिक्षा का पूरा सत्र बिगड़ा गया। अब इसका असर आगामी परीक्षाओं पर भी पड़ेगा। इसलिए विभिन्न परीक्षाओं के आयोजन में देरी होगी।
विवि के अफसरों ने बताया कि इस महीने विशेष परीक्षा का आयोजन किया जा सकता है। यह परीक्षा उन छात्रों के लिए होगी जो कोरोना संक्रमण की वजह से परीक्षा में शामिल नहीं हो पाए थे। वे छात्र जिन्होंने नए फार्मूले से परीक्षा दी और वे इसमें मिले नंबरों से असंतुष्ट हैं। विशेष परीक्षा को लेकर विवि से जल्द सूचना जारी होगी।
इससे पहले रविवि की सेमेस्टर परीक्षा आमतौर पर दिसंबर में शुरू होती है और यह फरवरी तक चलती है। इसके तहत एमए, एमकॉम, एमएससी, एलएलबी, एलएलएम, एमलिब समेत अन्य की परीक्षाएं होती है। इस बार यह परीक्षाएं देर से होंगी। पुराने सेमेस्टर की छात्रों की परीक्षा फरवरी में हो सकती है।
जबकि नए छात्र यानी जिन कई कक्षाओं के लिए एडमिशन की प्रक्रिया अभी चल रही है, उनकी परीक्षा फरवरी के आखिरी में या फिर मार्च में हो सकती है। कोरोना संक्रमण को स्थिति में सुधार नहीं होने की स्थिति में परीक्षाओं के आयोजन में और देरी हो सकती है।
एनुअल एग्जाम का आयोजन मार्च में मुश्किल : रविवि की वार्षिक परीक्षा का आयोजन इस बार मार्च में होने की संभावना है। विश्वविद्यालय की यह बड़ी परीक्षा है। इसमें हर साल करीब डेढ़ लाख छात्र शामिल होते हैं। नियमित की तरह ही बड़ी संख्या में प्राइवेट छात्र के रूप में परीक्षार्थी शामिल होते हैं।
शिक्षाविदों का कहना है कि यूजी के लिए एडमिशन कुछ दिन पहले हुए हैं। दो नवंबर से ऑनलाइन कक्षाएं शुरू हुई है। मार्च की शुरुआत में परीक्षा होने से छात्रों को परेशानी हो सकती है। इसलिए देरी होगी। वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमण की परिस्थितियां भी परीक्षाओं की तारीख तय करेंगी।
परीक्षा घर बैठे नहीं, केंद्र में ही होगी : रविवि के अधिकारियों का कहना है कि आगामी सेमेस्टर परीक्षा हो या फिर एनुअल एग्जाम सभी का आयोजन केंद्र में ही होगा। घर बैठे परीक्षा देने की सुविधा छात्रों को नहीं दी जाएगी। इससे पहले, कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार रविवि की मई-जून की सेमेस्टर परीक्षा और बचे हुए पेपरों के लिए अलग तरीके से एग्जाम का आयोजन किया गया था। यह परीक्षा सितंबर में हुई थी। इसके तहत छात्रों को ऑनलाइन पेपर भेजे गए। घर बैठे ही इन्होंने परीक्षा दी।
Add Comment