नई दिल्ली. बैंक (Bank) में अगर आपका बचत खाता (Savings Account) है तो उसमें जमा राशि (Deposit Fund) पर आपका बैंक आपको ब्याज देता है. कोरोना वायरस (Corona virus) के चलते ठप हुई इकोनॉमी (Economy) के कारण सेविंग अकाउंट पर मिलने वाली ब्याज दर (Rate of Interest) में पिछले कुछ समय में काफी कटौती हुई है. ऐसे माहौल में कुछ सार्वजनिक बैंक (Public Sector Banks) जैसे कैनरा (Canara Bank) बैंक बचत खातों पर अपने ग्राहकों को ज्यादा ब्याज की पेशकश कर रहे हैं.
IDBI और कैनरा बैंक दे रहे ज्यादा ब्याज-बैंक बाजार द्वारा संकलित किए गए डेटा के अनुसार, आईडीबीआई बैंक और कैनरा बैंक अपने ग्राहकों को बचत खातों पर क्रमश: 3.5 और 3.2 फीसदी ब्याज दे रहे हैं. वहीं, अग्रणी निजी बैंक की तुलना में पब्लिक सेक्टर के यह बैंक ज्यादा ब्याज की पेशकश कर रहे हैं. बता दें कि निजी बैंक एचडीएफसी बैंक अपने ग्राहकों को सेविंग अकाउंट पर 3 से 3.5 फीसदी ब्याज दे रहा है.
वहीं, दूसरी ओर दो दिग्गज सरकारी बैंक एसबीआई और बैंक ऑफ बड़ौदा अपने ग्राहकों को सेविंग अकाउंट पर क्रमश: 2.70 व 2.75 फीसदी कम ब्याज दे रहे हैं. वहीं, स्मॉल फाइनेंस बैंक जैसे एयू स्मॉल बैंक और उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक अपने ग्राहकों को बचत खातों पर क्रमश: 7 फीसदी और 6.5 फीसदी तक का ब्याज दे रहे हैं.
बंधन बैंक उच्च ब्याज दरों के साथ कई प्रकार के बचत खाते ऑफर करता है. वर्तमान में इसमें 1 लाख तक की बैलेंस राशि के लिए 4.00%, 1 लाख रु से 10 करोड़ रु तक पर 6.00% 10 से 50 करोड़ रु तक 6.55% और 50 करोड़ से ऊपर पर 6.55% ब्याज दर है.
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक-इस बैंक में 1 लाख रु से ज्यादा की राशि पर 7 फीसदी का ब्याज मिलता है. आईडीएफसी फर्स्ट बैंक में ब्याज दर की शुरुआत 6 फीसदी से है. इस बैंक के खाते पर आपको कैशबैक, अनलिमिटेड कैश निकासी जैसी सुविधाएं मिलती है.
इंडसइंड बैंक में बचत खाते में 1 लाख रु तक पर 4.00% 1 से 10 लाख रु तक पर 5 फीसदी और 10 लाख रु से ज्यादा पर 6 फीसदी ब्याज मिलता है. ये बैंक तिमाही आधार पर ब्याज देता है. यानी 30 जून, 30 सितंबर, 31 दिसंबर और 31 मार्च को ब्याज मिलता है.
आरबीएल बैंक में बचत खाते पर 1 लाख रु तक पर 4.75 फीसदी ब्याज मिलता है. वहीं 1 से 10 लाख रु तक पर आपको 6 फीसदी ब्याज मिलेगा. 10 लाख रु से 5 करोड़ रु तक की राशि पर आपको 6.75 फीसदी ब्याज मिलेगा.
एचडीएफसी बैंक-देश का प्रमुख प्राइवेट बैंक एचडीएफसी बैंक 5 लाख रु से नीचे के बैलेंस पर 3% और 50 लाख रु या इससे ज्यादा पर 3.50 फीसदी ब्याज दे रहा है. यहां ब्याज दर की गणना खाते में रखे गए दैनिक बैलेंस पर की जाती है.
उज्जीवन स्मॉल फाइनेंस बैंक घरेलू और गैर-निवासी खातों पर 1 लाख रु तक के बैलेंस के लिए 4.00%, 1 से 5 लाख रु तक के बैलेंस पर 5.00%, 5 से 50 लाख रु तक पर 5.25% और 50 लाख रु से 5 करोड़ रु तक के लिए 6.25% ब्याज मिलता है.
साउथ इंडियन बैंक- केरल में मुख्यालय वाले इस निजी क्षेत्र के बैंक में बचत खाते (एनआरओ / एनआरई खातों सहित) पर प्रतिस्पर्धी ब्याज दरों की पेशकश की जाती है. यहां आपको 2 लाख रु तक के बैलेंस पर 2.35%, 2 लाख रु से 5 करोड़ रु तक पर 2.75%, 5 करोड़ रु से 100 करोड़ रु तक या इससे ज्यादा बैलेंस पर 4.60% ब्याज दर मिलेगी.
न्यूनतम बैलेंस लिमिट-बता दें कि सरकारी बैंकों में मिनिमम बैलेंस लिमिट 250 रुपये है. वहीं, एसबीआई में यह लिमिट निल है. निजी बैंकों में एक्सिस बैंक और एचडीएफसी बैंक में यह लिमिट 2,500 रुपये से 10,000 रुपये तक है. एक अन्य बड़े निजी बैंक में यह लिमिट 1,000 रुपये से 10,000 रुपये तक है.
बता दें कि लॉन्ग टर्म ट्रैक रिकॉर्ड वाले बैंक जिसकी सर्विस अच्छी हो, कई ब्रांच हों, साथ ही शहर में जगह-जगह पर एटीएम मौजूद हो, ऐसे बैक में सेविंग अकाउंट पर ब्याज एक बोनस के रूप में होता है. गौरतलब है कि बीएसई में सूचीबद्ध सार्वजनिक क्षेत्र और निजी बैंकों के बचत खातों पर ब्याज दरों को ही डेटा संकलन के ही समझा जाता है.
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