जंगल सफारी में पर्यटकों को जल्द ही ब्लैक बक, चौसिंगा, सांभर जैसे और वन्यजीव दिखने को मिलेगा। क्योंकि जंगल सफारी में बाड़े के निर्माण के लिए शासन ने हरी झंडी दे दी है। सफारी प्रबंधन ने दस नए बाड़े के निर्माण के लिए मंजूरी दे दी है। राशि की स्वीकृति मिलने के बाद विभाग टेंडर जारी कर काम शुरू करेगा। जंगल सफारी प्रबंधन का कहना है कि 12 नए बड़े बनाने के लिए शासन ने स्वीकृति दे दी है।
ज्ञात हो कि एशिया के सबसे बड़े मानव निर्मित जंगल सफारी के अंदर जहां चार अलग अलग सफारी बनाई गई है जहां वन्य जीवों को विचरण करते देखा जा सकता है तो दूसरी तरफ पर्यटकों के लिए बाड़े में भी वन्यजीवों को रखा गया है।
वर्तमान में जंगल सफारी में 37 बाड़ों का निर्माण किया जाना है। अभी सिर्फ 19 बाड़े बने हैं। इन बाड़ों में सिंह, बाघ, सफेद बाघ, तेंदुआ, दरियाई घोड़ा और मगरमच्छ की शिफ्टिंग आदि शिफ्ट कर दिए हैं। वहीं दूसरी तरह नंदनवन के वन्यजीवों को भी शिफ्ट किया जा चुका है। बाहर से भी वन्य जीवों को लाना है, लेकिन बाड़ा नही होने से वन्य जीवों को नही ला पा रहे हैं।
50 हेक्टेयर में बना है जू
जंगल सफारी के ठीक बाजू में 50 हेक्टेयर में जू आकार ले चुका है। यहां बाड़े बनाए जा रहे हैं। बाड़े इस तरह से बनाए गए हैं कि बीच कांच लगाया गया है, जिससे पर्यटकों को वन्य प्राणी शेर, बाघ, ह्वाइट टाइगर, मगरमच्छ और दरियाई घोड़ा करीब से देखने को मिलेगा।
शासन ने दी 12 करोड़ की मंजूरी
वर्मतान में प्रबंधन द्वारा 19 बाड़े का निर्माण कार्य पूरा कर लिया गया है। बाकी के बचे हुए 18 बाड़े का निर्माण कार्य किया जाना है। करीब तीन साल पहले कैंपा का फंड बंद होने की वजह से बाड़े का निर्माण कार्य नहीं हो पा रहा था। लेकिन अब शासन ने बाड़े के लिए 12 करोड़ रुपये पास कर दिया है।
इससे अब 10 बाड़े का निर्माण किया जाएगा। जंगल सफारी के अधिकारी ने बताया कि जू में 10 बाड़े का निर्माण कार्य किया जाना है जिसमें लकडबग्धा, ब्ल्यू बुल, काला हिरण, सांभर, लोमड़ी, जैकाल और चौसिंगा के लिए बाड़े का निर्माण किया जाना है।
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