नई दिल्ली. देश में पिछले 45 दिनों से कोविड संक्रमण (Covid-19) से ठीक होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ रही है, जबकि संक्रमण के एक्टिव मामले लगातार कम हो रहे हैं. मंगलवार को स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) के सचिव राजेश भूषण (Rajesh Bhushan) ने कोरोना वायरस (Coronavirus) की स्थिति पर जानकारी देते हुए कहा कि देश के 10 राज्यों में 76 फीसदी से ज्यादा संक्रमण के एक्टिव केस हैं. इन राज्यों में आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, पश्चिम बंगाल, दिल्ली, केरल और महाराष्ट्र शामिल हैं.
राजेश भूषण ने कहा कि कोविड से निपटने के लिए लोगों को ये सुनिश्चित करना होगा कि अगर उनमें किसी भी तरह का लक्षण है, तो तुरंत जांच कराएं. जांच कराने में किसी भी प्रकार का संदेह ना करें. स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि दिल्ली के 4 हजार कंटेनमेंट जोन में जांच के लिए कर्मियों की संख्या बढ़ाई जाएगी, ताकि सरकारी मानक प्रक्रिया का पालन किया जा सके. भूषण ने कहा, ‘हमारा मानना है कि कुछ राज्यों में चुनाव और त्योहारों का असली प्रभाव इस हफ्ते सामने आएगा और इसके साथ ही कोविड संक्रमण के मामलों में इजाफा देखने को मिलेगा.’
उन्होंने कहा कि राजधानी में जून महीने के बाद से ही टेस्टिंग की संख्या बढ़ती जा रही है. मध्य अगस्त में कोविड संक्रमण के मामलों में गिरावट आई थी. हालांकि अक्टूबर से रिकॉर्ड संख्या में मामले सामने आए हैं. भूषण ने कहा कि पिछले 48 घंटे में कुछ मामले सामने आए हैं, लेकिन अभी हम किसी निर्णय पर नहीं पहुंच सकते.
मंत्रालय की ओर से भूषण ने कहा कि दिल्ली में कोविड संक्रमण की स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए केंद्र सरकार ने त्वरित कदम उठाए हैं. आईसीयू बेड सहित अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाई गई है. टेस्टिंग की संख्या को डबल करके 1 लाख से 1 लाख 20 हजार तक किया गया है. संक्रमितों के संपर्क में आने वालों को कड़ाई से क्वारंटीन किया गया है. कंटेनमेंट जोन में कोविड मानक प्रक्रिया का पालन करवाया जा रहा है.
भूषण के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल ने कहा कि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया की वैक्सीन तीसरे चरण में है. कम के कम पांच वैक्सीन का ट्रायल देश में चल रहा है और इनमें दो तीसरे चरण में हैं.
दिल्ली में कोविड की स्थिति पर वीके पॉल ने कहा कि दिल्ली के कंटेनमेंट जोन में जाकर घर-घर सर्वे किया जाएगा. साथ ही उन इलाकों में भी सर्वे कराए जाएंगे जहां कोरोना वायरस संक्रमण फैलने का खतरा है. सर्वे के लिए 7 से 8 हजार टीमों को सर्वे के काम में लगाया जाएगा.
राजधानी के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में आईसीयू बेड्स की उपलब्धता पर उन्होंने कहा कि दिल्ली में अभी 3500 आईसीयू बेड उपलब्ध हैं. अगले कुछ दिनों में इनकी संख्या बढ़ाकर 6000 कर दी जाएगी. जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि सरदार वल्लभभाई पटेल कोविड अस्पताल में 537 नए आईसीयू बेड जोड़े जाएंगे.
Add Comment