भिलाई. छत्तीसगढ़ में कोरोना वायरस के बीच इस बार भी छठ पूजा तालाबों में होगी। व्रती महिला और पुरुष तालाब के घाटों में पहुंचकर उगते और डूबते सूर्य को अघ्र्य देंगे। सरकार ने सख्त गाइड लाइन के बीच सोमवार को आदेश जारी कर दिया है।
20 नवंबर को छठ पूजा के आयोजन के संबंध में निर्देश प्रसारित किया गया है। जिसके अनुसार छठ पूजा स्थलों पर केवल पूजा करने पर वाले व्यक्ति ही शामिल होंगे, अनावश्यक भीड़ एकत्रित न होने देने की जिम्मेदारी आयोजक समितियों की होगी।
सांस्कृतिक कार्यक्रमों का नहीं होगा आयोजन
छठ पूजा स्थलों पर प्रत्येक व्यक्ति के लिए मास्क व सोशल एवं फिजिकल डिस्टेंसिंग के मापदंडों का पालन तथा सैनिटाइजर का उपयोग करना होगा।
छठ पूजा में किसी प्रकार की जुलूस, सभा, रैली सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं किया जाएगा। छठ पूजा स्थलों में पान, गुटखा इत्यादि खाकर थूकना प्रतिबंधित रहेगा। छठ पूजा में प्रात: 6:00 बजे से प्रात: 8:00 बजे तक की हरित(ग्रीन)पटाखे फोडऩे की अनुमति रहेगी।
नियम तोड़ा तो होगी कार्रवाई
आयोजनकर्ता व आयोजक कोरोना वायरस के संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार एवं स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग छत्तीसगढ़ शासन द्वारा समय-समय पर कोरोना वायरस से सुरक्षा हेतु दिए जा रहे निर्देशों का कड़ाई से पालन अनिवार्य रूप से करना होगा।
इन सभी निर्देशों के अतिरिक्त भारत सरकार स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के आदेश दिनांक 4 जून 2020 के अंतर्गत एसओपी का पालन अनिवार्य रूप से होगा। निर्देश का उल्लंघन करने पर एपिडेमिक डिजीज एक्ट एवं विधि अनुकूल अन्य धाराओं के तहत कठोर कार्रवाई की जाएगी।
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