रायपुर. छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में इस वर्ष छठ महापर्व (Chhath Festival 2020) कोविड-19 (Covid 19) के गाइडलाइन के तहत मनाया जाएगा. सोशल डिस्टेंसिंग (Social Distancing) को ध्यान रखते हुए प्रशासन ने सार्वजनिक रूप से छठ पूजा मनाने पर प्रतिबंध लगा दिया है.
साथ ही श्रद्धालुओं से यह अपील की है कि वो अपने घरों में घाट स्थापित कर छठ माता की पूजा करें. दिवाली के छह दिन बाद मनाए जाने वाले महापर्व छठ के दौरान भीड़ न उमड़े इसको देखते हुए प्रशासन ने इसे सार्वजनिक रूप से मनाने पर रोक लगाई है.
वहीं सरगुजा में भी श्रद्धालु छठ पर्व को हर्षोल्लास और पूरी श्रद्धा से मनाते हैं. लेकिन कोविड-19 को देखते हुए इस वर्ष यहां घाटों पर छठ पर्व की रौनक देखने को नहीं मिलेगी. प्रशासन ने छठ समितियों के अध्यक्षों की बैठक बुलाकर अहम निर्णय लिया है.
कलेक्टर की अध्यक्षता में हुई बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि कोरोना के गाइडलाइन का पालन करते हुए इस वर्ष घाटों पर छठ पूजा का आयोजन नहीं किया जाएगा. कोरोना काल में श्रद्धालु अपने घरों में ही घाट स्थापित कर सूर्य देव को अर्ध्य देंगे. प्रशासन के इस फैसले का ज्यादातर छठ समितियों ने समर्थन किया है, और कोरोना के संक्रमण को ध्यान में रखते हुए वृहद रूप से घाटों का निर्माण कर सार्वजनिक रूप से छठ पूजा नहीं मनाने का फैसला लिया है.
वहीं कुछ समितियों ने प्रशासन के इस फैसले का विरोध भी किया है. उनका कहना है कि प्रशासन को ज्ञापन सौंपकर छठ पूजा सार्वजनिक रूप से घाट पर मनाने की मांग करेंगे.
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