रायपुर। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मन की बात में रविवार को रायपुर में आयोजित हुए कचरा महोत्सव की तारीफ भी की। पीएम ने कहा कि छत्तीसगढ़ के रायपुर में पहले कचरा महोत्सव का आयोजन किया गया। कचरा प्रबंधन को ध्यान में रखकर कचरा महोत्सव का आयोजन किया गया था। रेडियो कार्यक्रम मन की बात में नरेंद्र मोदी ने कहा कि आज तक हम म्यूजिक फेस्टिवल, फूड फेस्टिवल, फिल्म फिल्म जैसे न जाने कितने प्रकार के फेस्टिवल के बारे में सुनते आए हैं, लेकिन छत्तीसगढ़ में रायपुर नगर निगम ने एक अनूठा प्रयास करते हुए कचरा महोत्सव का आयोजन किया, जिसका उद्देश्य स्वच्छता को लेकर जागरूकता लाना था।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ की राजधानी में इस वर्ष 19 से 22 जनवरी तक आयोजित हुए कचरा महोत्सव में वेस्ट से बेस्ट बनाने का हूनर दिखने को मिला। लोगों में कचरा प्रबंधन की समझ बढ़ाने के लिए रायपुर नगर निगम और स्मार्ट सिटी द्वारा कचरा महोत्सव का आयोजन किया गया था। राजधानी पहुंचे कलाकारों ने कबाड़ की चीजों में रंग कल्पनाओं का रंग भरकर जो प्रस्तुति दी, उसकी जितनी भी तारीफ की जाए वो कम ही रहेगी। घरों में जिन चीजों को लोग बेजान समझकर कूड़े के ढेर पर फेंक देते हैं या स्टोर रुम में महीनों यूं ही सड़ाते रहते हैं, उनमें इन कलाकारों ने जान फूंकने का काम किया।
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टूटी-फूटी बाल्टियों, प्लास्टिक के मग, मोबाइल कवर, लोहे के सामान और पानी की बोतल समेत हर तरह की बेकार की चीजों का कलाकारों ने बेहद आकर्षक स्ट्रक्चर तैयार किया था। कलाकारों ने यहां जंगल बुक से लेकर एंजल, चरखा, केटली और मोर जैसी कई खूबसूरत आकृतियां बनाई। आकृतियां इतनी आकर्षक थी कि शायद बाजार में पैसे देकर भी ये चीजें लोगों को न मिल पाए। वहीं महोत्सव में वेस्ट मटेरियल से बनी चीजें बिकने भी आई।
बैग, पर्स और ऑर्नमेंट के साथ खाली बोतल से की जा रही लाइटिंग को भी लोगों ने खूब पसंद किया था। इस महोत्सव में देशभर के विशेषज्ञों ने बेकार पड़े सामानों को फिर से काम के लायक बनाने के गुर सिखाए। इसके साथ ही इस अनूठे आयोजन में बेकार पड़ी चीजों से बनाए गए सामानों की बिक्री भी हुई।
साथ ही अमृतसर, मुंबई, कोचीन आदि जगहों से आए विशेषज्ञों की ओर से कार्यशाला का आयोजन किया गया। महोत्सव में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन भी किया गया।
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