बिलासपुर. पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अजीत जोगी की बहू व पूर्व विधायक अमित जोगी की पत्नी श्रीमती ऋचा जोगी के जरहागांव तहसीलदार द्वारा जारी अनुसूचित जनजाति प्रमाणपत्र को निलंबित कर दिया गया है। मुंगेली जिला प्रशासन द्वारा यह मामला राज्य स्तरीय जाति प्रमाणपत्र छानबीन समिति को भेजी जा रही है।
श्रीमती जोगी के जाति प्रमाणपत्र रद्द होने से जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ को बड़ा झटका लगा है। 8शेष पेज 3 पर इस संबंध में जानकारी देते हुए मुंगेली कलेक्टर पीएस एल्मा ने बताया कि श्रीमती जोगी के जाति प्रमाणपत्र के मामले में शिकायतकर्ता द्वारा प्रस्तुत दस्तावेजों की जिल स्तरीय छानबीन समिति ने दो दिनों तक गहन समीक्षा की गई व विश्लेषण किया गया।
सभी दस्तावेजों की जांच के बाद उनका जाति प्रमाणपत्र प्रथदृष्ट्या संदेह से परे नहीं पाया गया, इसलिए प्रमाणपत्र निलंबित किया गया है। अब उच्च स्तरीय जांच के लिए राज्य स्तरीय जाति प्रमाणपत्र छानबीन समिति को जानकारी भेजी जाएगी। ऋचा के सााथ उनके भाई ऋषभ का भी प्रमाण पत्र निलंबित किया गया है।
मुुंगेली जिला प्रशासन द्वारा श्रीमती जोगी का जाति प्रमाणपत्र निलंबित करने से पिछले कुछ दिनों से चले आ रहे विवाद का पटाक्षेप हो गया है, परन्तु इससे जनता कांग्रेस जोगी को बड़ा झटका लग गया है। उल्लेखनीय है कि उक्त प्रमाणपत्र राजनैतिक कारणों से बनवाए जाने की चर्चा थी।
कहा जा रहा था कि मरवाही उप चुनाव के लिए जकांछ अध्यक्ष पूर्व विधायक अमित जोगी स्वाभाविक प्रत्याशी हैं, परन्तु उनके जाति प्रमाणपत्र का मामला लंबित है, चुनाव पूर्व उनके जाति प्रमाणपत्र पर किसी तरह का अड़ंगा लगाए जाने की स्थिति में श्रीमती जोगी मरवाही से चुनाव लड़ सकती हैं।
खबर है कि वे शुक्रवार को नामांकिन दाखिले के अंतिम दिन जकांछ प्रत्याशी के तौर पर नामांकन भरने वाली थीं, पार्टी में अंदरूनी तौर पर इसकी पूरी तैयारी कर ली गई थी, परन्तु अब अनुसूचित जाति प्रमाणपत्र निलंबित किए जाने से वे नामांकन दाखिल नहीं कर सकेंगी।
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