स्वस्छ भारत, तलाश, सू-सू और थू-थू कुमार…

संगम नगरी इलाहबाद शहर में खुले में यूरीन डिस्चार्ज करने वालों की अब खैर नहीं है। नगर निगम इलाहाबाद ने खुले में यूरीन करने वालों पर अंकुश लगाने के लिए एंटी सू-सू दस्ते बनाये है। ये सू-सू दस्ते शहर में जगह-जगह सादी वर्दी में घुमते रहेंगे और जैसे ही कोई सड़क किनारे खुले में पेशाब करते दिखेगा उसकी फोटो खींच लेंगे। खुले में सू-सू करने वालों की तस्वीरें सोशल मीडिया के साथ ही शहर के प्रमुख चौराहों पर लगाईं जायेंगी ताकि खुले में सू-सू करने वालों को शर्म का अहसास कराया जा सके।
इसके साथ ही कूड़ा फेंककर गन्दगी फैलाने वालों पर भी कार्रवाई की जायेगी, जिससे शहर को स्वच्छ और सुन्दर बनाया जा सके। अपर नगर आयुक्त ऋतु सुहास ने बताया कि खुले में सू-सू करने वाले इन महानुभावों को नगर निगम की तरफ से मिस्टर सू-सू कुमार का सर्टिफिकेट दिया जाएगा।
नगर निगम ने खुले में सू-सू करने वालों से 20 रुपये जुर्माना वसूलने का भी फैसला किया है। इसके साथ गन्दगी फैलाने वाले बारात घरों और व्यावसायिक प्रतिष्ठानों के खिलाफ भी कार्रवाई की शुरुआत हो गयी है।
एक माह में अब तक नगर निगम ने 2.5 लाख का जुर्माना वसूल किया है, जबकि खुले में यूरीन करने वालों से भी 10 हजार का जुर्माना अब तक वसूल किया गया है। नगर निगम क्षेत्र को पांच जोन में पांच जोनल अधिकारी और 15 इंस्पेक्टर्स को इस काम में लगाया गया है. बहरहाल, नगर निगम ने खुले में सू-सू मुक्त कोष बनाया गया है, जिसमें खुले में सू-सू करने वाले लोगों से जुर्माना वसूल कर जमा किया जायेगा और उस पैसे का इस्तेमाल शहर में और अधिक यूरीनल बनाने में किया जाएगा।
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