बलरामपुर, पवन कश्यप-: संयुक्त जिला कार्यालय भवन के सभा कक्ष में महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री जे.आर. प्रधान ने जिले के समस्त परियोजना अधिकारी/पर्यवेक्षकों की विभागीय योजनाओं के क्रियान्वयन के संबंध में समीक्षा बैठक ली। बैठक में श्री प्रधान ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना वायरस के संक्रमण एवं बचाव हेतु दिये गये दिशा-निर्देश के अनुसार जिले के समस्त आंगनबाड़ी केन्द्रों में 16 सितम्बर 2020 से गतिविधियां शुरू हो गयी हैं।
केन्द्रों में स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस का प्रारंभ किया गया है तथा हितग्राहियांे को गर्म भोजन प्रदान किया जा रहा है। बैठक में श्री प्रधान द्वारा कई जगहों पर आंगनबाड़ी केन्द्र नहीं खुलने पर नाराजगी व्यक्त की गई। उन्होंने उपस्थित अधिकारी एवं कर्मचारियों को ऐसे आंगनबाड़ी केन्द्रों को चिन्हांकित करते हुए सूची बनाकर जिला कार्यालय को प्रेषित करने व संबंधित आंगनबाड़ी कार्यकर्ता को कारण बताओ पत्र जारी करने को कहा। साथ ही उच्च अधिकारियों के भ्रमण के दौरान अनुपस्थित पाये जाने पर अनुशासनात्मक कार्यवाही करने की बात कही।
विभागीय योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने समस्त परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों को पूरक पोषण आहार योजना अंतर्गत बच्चों, गर्भवती एवं शिशुवती माताओं को समय पर रेडी-टू-ईट, गर्म भोजन एवं पौष्टिक आहार प्रदान करने को कहा। उन्होंने कहा कि रेडी-टू-ईट सेक्टर परिक्षेत्रांतर्गत महिला स्व-सहायता समूह द्वारा आंगनबाड़ी केन्द्रों में वितरित किया जाता है, इसलिए पर्यवेक्षक रेडी-टू-ईट फूड की गुणवत्ता जांच में विशेष ध्यान दें। बैठक में श्री प्रधान ने समस्त परियोजना अधिकारियों एवं पर्यवेक्षकों को बताया कि मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के अंतर्गत कुपोषित बच्चों को कुपोषण से बाहर लाने के लिए विभिन्न योजनाएं संचालित की जा रही हैं।
इन योजनाओं का लाभ कुपोषित बच्चों को मिले, अधिकारियों द्वारा यह सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान के गंभीरता पूर्वक संचालन एवं कार्ययोजना अनुरूप बच्चों को कुपोषण से बाहर लाने के लिए कार्य करने को कहा। सुपोषण अभियान शासन की महत्वकांक्षी एवं प्राथमिकता प्राप्त योजना है, इसके सफल क्रियान्वयन के लिए लक्ष्य निर्धारित कर दिये गये हैं इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बरतने पर उन्होंने अनुशासनात्मक कार्यवाही की चेतावनी भी दी।
Add Comment