उत्तर प्रदेश में एक बार फिर खाकी का बदनुमा चेहरा सामने आया है. प्रतापगढ़ में पुलिस की गुंडई देख गांव जर का माहौल है. जिले के लालगंज कोतवाली के बाबूतारा गांव में पुलिस की पिटाई से एक बुजुर्ग मकबूल (68 वर्ष) की मौत हो गई है.
परिजनों का आरोप है कि शनिवार रात सांगीपुर पुलिस ने वृद्ध को मार-मार कर अधमरा कर दिया और हालत बिगड़ने पर उसे दरवाजे पर छोड़कर चली गई थी.
मृतक की मौत पर ग्रामीणों में आक्रोश
प्रतापगढ़ पुलिस अपने कारनामों को लेकर अक्सर चर्चा में रहती है और अपराधों को कमतर दिखाने की कोशिशों में लगी रहती है. लेकिन इस बार पुलिस प्रशासन ने हद पार कर दी. परिजनों का आरोप है कि रात एक बजे गांव में लगभग दर्जनभर पुलिस ने दबिश दी.
पुलिस की आहट मिलते ही लोग सहम गए. इसी दौरान मृतक भी घर के पीछे छुप गया, लेकिन पुलिस ने दौड़ कर उसे पकड़ लिया और जमकर पिटाई कर डाली. जब मकबूल दर्द से तड़पने और चींखने लगा तो पुलिस उसे उसके घर के सामने छोड़कर चली गई.
परिजनों का कहना है कि पानी मांगने के बाद मकबूल ने दम तोड़ दिया. इस घटना को लेकर ग्रामीणों में काफी आक्रोश है. परिजनों और ग्रामीणों ने मिलकर गांव में कोहराम मचाया है. मृतक के पोस्टमार्टम के बाद प्रभारी एसपी ने जारी बयान में परिजनों की शिकायत पर जांच कराने का आश्वासन दिया है.
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