किसानों के लिए मोदी सरकार की सबसे बड़ी योजना पीएम किसान सम्मान निधी स्कीम (PMKSNY) के 20 महीने पूरे हो चुके हैं। इस दौरान छोटी-छोटी गलतियां किसानों को भारी पड़ रही है और उन्हें इसकी किस्त का पैसा नहीं मिल पाया है। अभी तक 46 लाख से ज्यादा किसान इन गलतियों की वजह से इसके पैसे से वंचित हुए हैं।
केंद्रीय कृषि मंत्रालय के अधिकारी के अनुसार किसानों को नाम, बैंक अकाउंट नंबर, आधार कार्ड सीडिंग नहीं होने और दस्तावेजों का मिलान नहीं हो पाने की वजह इस लाभ से वंचित होना पड़ा है। अभी तक कुल 4613797 किसानों को नाम, बैंक अकाउंट नंबर और मोबाइल नंबर की गड़बड़ी की वजह से इस सुविधा का लाभ नहीं मिल पाया है।
ऐसे किसानों में महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के किसान सबसे आगे हैं। इस स्कीम में सरकार द्वारा सीधे किसानों के खाते में 2000-2000 रुपए की तीन किस्तें जमा होती हैं।
इस अधिकारी के अनुसार इस स्कीम में पेमेंट का सिस्टम पूरी तरह ऑटोमेटिक है, इसलिए वह मामूली गलती पर भी आवेदन को रिजेक्ट कर देता है। अभी तक छठी किस्त के 2000 रुपए भेजे जा रहे हैं। इस स्कीम के चालू होने के बाद से फंड ट्रांसफर ऑर्डर जारी होने के बाद से इस तरह की गलतियों का खामियाजा 46 लाख से ज्यादा किसानों को भुगतना पड़ा है। पहली किस्त के दौरान सबसे ज्यादा 1368509 किसानों का भुगतान अटका।
दूसरी बार में 1140085 किसान और तीसरी बार में 853721 किसान पैसों से वंचित रहे। इसके बाद चौथी बार में 1051525 और पांचवीं बार में 31774 किसानों को इस गलती का खामियाजा भुगतना पड़ा। छठी किस्त में अभी तक 168183 किसान इन गलतियों की वजह से पैसों से वंचित हो चुके हैं।
इस केंद्र सरकार की स्कीम में किसानों को पैसा तब मिलता है जब राज्य सरकार किसानों के डेटा को वेरिफाई कर केंद्र के पास भेजती है।
किसानों ने आवेदन में जो बैंक खाता नंबर लिखा, वो मौजूद ही नहीं था। कई किसानों के बैंक सार्वजनिक वित्त प्रबंधन प्रणाली (PFMS) में रजिस्टर्ड नहीं थे। इसके अलावा कई केसेस में नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया में आधार कार्ड सीडिंग नहीं हुई थी।
ऐसे करें गलती ठीक:
PM Kisan Scheme की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाएं। इसके Farmers Corner में जाकर Edit Aadhaar Card डिटेल्स विकल्प पर क्लिक करें।
आपको यहां अपना आधार कार्ड नंबर दर्ज करना होगा। इसके बाद कैप्चा कोड डालकर Submit करें।
यदि आपका केवल नाम गलत है यानी आवेदन और आधार कार्ड में नाम अलग-अलग है तो आप उसे ऑनलाइन ठीक कर सकते हैं। अन्य किसी गलती के लिए अपने लेखापाल, बैंक और कृषि विभाग कार्यालय में संपर्क करना होगा।
Add Comment