रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना मरीजों के लिए 30 हजार से अधिक बिस्तर होने की बात प्रदेश सरकार कह रही है। वहीं, दूसरी ओर सक्रिय मरीजों की संख्या 33 हजार से अधिक हो गई है। ऐसे में कोरोना मरीजों को भर्ती करने के लिए अस्पतालों में बिस्तर की व्यवस्था नहीं हो पा रही है। इसकी वजह से अन्य बीमारियों से पीड़ित मरीज भी आंबेडकर अस्पताल और एम्स जैसे संस्थानों में भर्ती नहीं हो पा रहे हैं।
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में कुल 29 कोरोना अस्पताल और 186 कोविड केयर सेंटर हैं। अस्पतालों में 3,551 बेड और कोविड केयर सेंटरों में 25,560 बिस्तर हैं। राज्य के 19 निजी चिकित्सालय भी कोरोना मरीजों का इलाज कर रहे हैं, जिनमें 1304 बिस्तर हैं।
कोरोना अस्पतालों में 2,775 सामान्य, 406 आइसीयू और 370 एचडीयू बिस्तर होने की बात कही गई है। कोरोना के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए विभाग ने बिस्तर की उपलब्धता बढ़ाने और चिकित्सकों को प्रशिक्षण देना मार्च से ही शुरू कर दिया था। बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग न तो स्थिति को भांप पाया और न ही बिस्तरों की व्यवस्था पूरी करने में कामयाब दिख रहा है।
बिस्तर के मुकाबले मरीज बढ़े
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि मार्च में 54 आइसीयू बिस्तर थे। मई में इनकी संख्या बढ़ाकर 247 और जून में बढ़ाकर 406 कर दी गई। एचडीयू हाई डिपेंन्डेन्सी बिस्तर मार्च में नहीं थे, लेकिन मई में उनकी संख्या 100 तक कर दी गई। जून में उनकी संख्या बढ़ाकर 296 और अगस्त में 370 कर दी गई।
मार्च में सामान्य बिस्तर 446 थे, जिनकी संख्या मई में बढ़ाकर दो हजार 596, जून में 11 हजार 703, जुलाई में 21 हजार 256 और अगस्त में 28 हजार 335 कर दी गई थी। इसी प्रकार मार्च में जहां प्रदेश में 500 बिस्तर उपलब्ध थे, जिसे बढ़ाकर अगस्त में 29,111 कर दिया गया। मगर, मरीजों की संख्या के आगे यह व्यवस्था भी कम पड़ गई।
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