नक्सल प्रभावित जिलें में लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने, उनकी मदद ड्यूटी के फर्ज से आगे जाकर करने वाले एक डॉक्टर की मौत हो गई। जांच में डॉक्टर को कोविड संक्रमित पाए गए हैं। अब प्रशासन की निगरानी में उनके अंतिम संस्कार करने की तैयारी चल रही है। मंगलवार की देर रात डॉक्टर की मौत की खबर आई। बुधवार को इनकी कोरोना रिपोर्ट आई। डॉक्टर बीजापुर में साल 2016 से पदस्थ थे।
दो महीने पहले हुई थी शादी
जून के महीने में डॉक्टर की शादी हुई थी। विवाह के फौरन बाद अपने फर्ज को समझते हुए डॉक्टर ने ड्यूटी ज्वाइन की। कोविड संक्रमितों के इलाज में दो महीनों से जुटे हुए थे। बीजापुर में बतौर मेडिकल ऑफिसर काम कर रहे थे। मूलत: खरसिया के रहने वाले इस चिकित्सक के परिजन भी बुधवार को बीजापुर पहुंचे। प्रशासन कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए, शव को खरसिया ले जाने या बीजापुर में ही अंतिम संस्कार करने पर विचार कर रहा है।
मौत चौंकाने वाली
स्वास्थ्य विभाग के सूत्रों ने बताया कि डॉक्टर की मौत चौंकाने वाली है। मृतक की उम्र 32 वर्ष थी। वो मेडिकल में पोस्ट ग्रैजुएशन की तैयारी में लगे हुए थे। पढ़ाई के साथ काम कर रहे थे। पिछली ड्यूटी के बाद 14 दिन के होम क्वारैंटाइन पर थे। एक दो दिन बाद वो फिर से अस्पताल जाने वाले थे। सोमवार की रात उन्हें कमरे में खाना दिया गया। मंगलवार को वह बाहर नहीं आए किसी से कुछ कहा नहीं तो विभाग के लोगों ने फोन किया। कमरे का दरवाजा खटखटाया गया। अंदर जांच करने पर डॉक्टर मृत मिले।
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