बलरामपुर, पवन कश्यप: रामचंद्रपुर विकासखण्ड अंतर्गत शासकीय हाई स्कुल महावीरगंज के स्कूल प्रशासन पर छात्र – छात्राओं से प्रवेश शुक्ल लेकर रशीद नहीं देने का आरोप लगा है। जहां स्कूल प्रशासन द्वारा विद्यार्थियों से फीस तो पूरी ली जा रही है परंतु उन्हें किसी प्रकार की कोई पावती या राशिद प्रदान नहीं दिया जा रहा है जिससे अभिभावकों में काफी आक्रोश व्याप्त है।
गौरतलब है कि वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण के कारण बीते कई महीनों से देश व्यापी लाकडाउन प्रभावशील है परिणामस्वरूप छोटे तबके एवं मध्यम वर्ग के लोगों का आर्थिक स्थिति चरमरा गई है ऐसे में बच्चों के पढ़ाई संबंधी खर्चो का उठा पाना अति मुश्किल घड़ी प्रतीत हो रही है, ऐसे वक्त में जब स्कूलों में प्रवेश प्रारम्भ हुई तो शासकीय तथा गैर शासकीय स्कूल प्रबंधन के द्वारा भारी भरकम फीस चुकाने का दबाव बनाया जाने लगा परिणामस्वरूप अभिभावकों द्वारा जैसे तैसे फीस तो जमा कर लिए परंतु स्कूल प्रबंधन के द्वारा किसी प्रकार का कोई पावती नहीं दिया गया.
एक तरफ़ सरकार जहां अधिक से अधिक रियायत प्रदान करने का दावा करती है वहीं स्कूल प्रबंधन के द्वारा सरकार की रियायत के दावे को खोखला करने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे हैं, ऐसा ही एक मामला शासकीय हाई स्कूल महावीरगंज का है जहां छात्र छात्राओं से फीस तो ले ली गई है मगर उन्हें किसी प्रकार का कोई रशीद नहीं दिया गया जिससे अभिभावकों में आक्रोश तथा प्राचार्य की मंशा पर भी सवालिया निशान लग रहा है। रशीद नहीं दिए जाने के संबंध में जब विद्यालय के प्रचार्य संजय गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने गोल-मोल जवाब दिया। उन्होंने कहा कि जो रशीद मांगेगा उसको दिया जाएगा।
क्या कहा जिला शिक्षा अधिकारी ने- इस संबंध में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के जिला शिक्षा अधिकारी बी एक्का से बात की गई तो उन्होंने कहा कि अभी तक बच्चों से फीस लिए जाने तथा नहीं लिए जाने संबंधी विभाग द्वारा कोई निर्देश प्राप्त नहीं हुआ है, फिर भी यदि कोई प्राचार्य फीस लेता है तो रशीद प्रदान करना अनिवार्य है यदि फीस लेकर रशीद नहीं दिया गया हो तो यह एक बृहद मामला है, इस पूरे मामले की जांच कराकर उक्त प्राचार्य के विरुद्ध आवश्यक करवाई की जाएगी।
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