छत्तीसगढ़ के ऊपर बना कम दबाव का क्षेत्र उत्तर-पूर्व मध्यप्रदेश और लगे हुए छत्तीसगढ़ की सीमा की ओर बढ़ गया है। इस वजह से राज्य में पिछले दो दिनों से हो रही भारी से अतिभारी वर्षा की स्थिति में थोड़ा सुधार हो सकती है।
प्रदेश के मध्य और उत्तरी छत्तीसगढ़ में कुछ जगहों पर भारी वर्षा यानी 24 घंटे के दौरान 65.5 से 115.5 मिमी के बीच बारिश हो सकती है लेकिन 19 अगस्त से उत्तरी बंगाल की खाड़ी में एक नया कम दबाव का क्षेत्र निर्मित हो रहा है। यह अगले 24 घंटे में तेजी से तैयार होगा, जिससे छत्तीसगढ़ में अगले दो-तीन दिनों तक भारी से अतिभारी बारिश की स्थितियां निर्मित होंगी।
कम दबाव का क्षेत्र आगे बढ़ने की वजह से राज्य में बारिश कुछ कम हुई है। भोपालपट्टनम में रविवार को 318 मिमी बारिश हुई थी। यहां सोमवार को महज 99 मिमी वर्षा रिकार्ड की गई। बस्तर में हालात अभी भी खतरे में बने हुए हैं।
उसूर और बीजापुर के कई हिस्सों में पानी काफी ज्यादा है। इंद्रावती नदी का जलस्तर सोमवार को बढ़कर 13.130 मीटर तक पहुंच गया है। एक दिन में नदी का जलस्तर एक मीटर बढ़ गया। अगले कुछ दिनों में जलस्तर में और वृद्धि हो सकती है। इसके साथ ही ज्यादा बारिश की स्थिति अब बस्तर से आगे बढ़कर उत्तरी छत्तीसगढ़ की तरफ बढ़ गई है।
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