सुशांत की बॉडी को नीचे उतारते हुए किसी ने नहीं देखा? वकील ने उठाए कई सवाल…

सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड मामले में वकील विकास सिंह लगातार रिया चक्रवर्ती और महाराष्ट्र पुलिस पर सवाल उठाते रहे हैं. सुप्रीम कोर्ट में रिया के वकील से बहस के दौरान सुशांत के पिता के लॉयर विकास सिंह ने उन सभी संदेहास्पद स्थितियों और हालातों के बारे में बताया जिनके आधार पर दाल में कुछ काला नजर आ रहा है.
सुशांत सिंह राजपूत के परिवार के वकील विकास सिंह ने कहा, “मेरी शिकायत में साफ तौर पर कहा गया है कि मुंबई पुलिस इस मामले में मिली हुई है. वो ठीक से जांच नहीं कर रहे हैं. मुझे बिहार में FIR दर्ज कराने का पूरा अधिकार है. मेरी बेटी मुश्किल से महज 10 मिनट की दूरी पर थी जब उन्होंने दरवाजा खोला और बॉडी को नीचे उतारा. उन्होंने दरवाजा खोलने से पहले ताला तोड़ने वाले को भी वहां से भेज दिया. क्या ये सब हालात संदेहास्पद नहीं लगते हैं? किसी ने भी उन्हें बॉडी को नीचे उतारते हुए नहीं देखा.
इस मामले में ठीक तरह से जांच किए जाने की जरूरत है. पिता जिसने अपने बेटे को खो दिया वो वापस घर जाता है और एक FIR फाइल करता है. देखिए किस तरह से बिहार पुलिस के अधिकारियों को क्वारनटीन कर दिया गया. क्वारनटीन रूल कहता है कि सभी यात्री जो प्रवेश कर रहे हैं उनके हाथ पर एक स्टैंप लगाया जाए कि उन्हें होम आइसोलेशन में रहना है. लोकल एडमिनिस्ट्रेशन चेकअप के बाद क्वारनटीन में छूट दे सकता है.
रिया के वकील ने कोर्ट में कही ये बातें
विकास सिंह ने बीएमसी द्वारा 3 अगस्त को जारी किए गए क्वारनटीन प्रोटोकॉल के नियम दिखाए. विकास सिंह ने बताया कि 3 अगस्त को ही ये नियम बदल दिए गए थे. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में आज सुशांत और रिया के वकीलों के बीच तीखी बहस हुई थी.
सुशांत के परिवार के वकील विकास सिंह अपनी दलीलों पर अड़े रहे जबकि रिया के वकील श्याम दीवान ने कहा, “पटना में FIR दर्ज की जबकि वहां घटना हुई ही नहीं थी. 38 दिनों के देरी से एफआईआर दर्ज कराई गई. अगर मामले का ट्रंसफार पटना से मुंबई नहीं होता तो रिया को इंसाफ नहीं मिल पाएगा.”