कोरोना महामारी में धूम्रपान या वेपिंग करना वायरस को और अधिक घातक और जानलेवा बना सकता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ मॉलीक्यूलर मेडिसिन में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार कोरोना के जो मरीज धूम्रपान या वेपिंग करते हैं उन्हें मस्तिष्क संबंधी तकलीफ होने का खतरा अधिक है।
टेक्सास टेक यूनिवर्सिटी हेल्थ साइंसेज सेंटर की शोधकर्ता लुका क्युलो का कहना है कि तंबाकू उत्पादों का प्रयोग करने वालों को वायरल, बैक्टीरियल संक्रमण का खतरा अधिक होता है। वैज्ञानिकों के अनुसार तंबाकू उत्पादों से रक्त धमनी और मस्तिष्क संबंधी तकलीफ बढ़ती है। कोरोना मरीजों में अब इस तरह के मामले बढ़ रहे हैं।
खून जमने वाले कारक बढ़ जाते हैं
वैज्ञानिकों का कहना है कि शरीर में रक्त के जमने के लगभग तेरह कारक होते हैं। हाइपोक्सिया यानि उत्तकों तक ऑक्सीजन की कमी के कारण ये बढ़ सकते हैं। धूम्रपान करने वालों में खून जमाने वाले कारक अधिक होने से खून का थक्का जम सकता है। जिससे रक्त वाहिकाओं और मस्तिष्क संबंधी तकलीफें बढ़ सकती है। झटका या स्ट्रोक भी आ सकता है।
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