प्रदेश में लॉकडाउन की घोषणा होते ही इसका असर एक बार फिर गुटखा-गुड़ाखू और अन्य उत्पादों पर पड़ा है। घोषणा के बाद से इन सामानों की कालाबाजारी शुरू हो गई। इसकी वजह से इसके दाम बढऩे शुरू हो गए हैं। दो दिनों में ही गुटखा, पान मसाला और गुड़ाखू के दाम आसमान पर पहुंच गया है।
आलम यह है कि बाजार से ये सामान एक बार फिर से गायब होता नजर आ रहा है। अनलॉक होने के बाद ये सभी सामान लोगों को आसानी से मिल रहा था लेकिन पिछले तीन दिनों से उक्त सामान दुकानदारों को छिपाकर बेचना पड़ रहा है। इधर, छोटे दुकानादारों में इन सामानों को खरीदने के लिए हाय तौबा मची हुई है।
बाजार में सामान खरीदने पहुंचे गांव के एक चिल्हर दुकानदार ने बताया कि गुटखा-गुड़ाखू और सिगरेट जैसे उत्पादों के दाम रोज बढ़ रहे हैं और जो सामान आज मिल रहा है उसका कल मिलना तय नहीं है। एक व्यापारी ने बताया कि फिलहाल कीमतों में ज्यादा वृद्धि नहीं हुई है। हालांकि आने वाले दिनों में वृद्धि होने की संभावना है।
रिटेल काउंटर से गुड़ाखू गायब
रायपुर मेें हुए लॉकडाउन की वजह से बाजार में गुड़ाखू को लेकर फिर से मारामारी शुरू हो गई है। बड़े दुकानों में तो गुड़ाखू मिल रहा है पर रिटेल काउंटर से यह गायब हो चुका है। बता दें कि लॉकडाउन के बाद 5 रुपए वाला गुड़ाखू 80 रुपए तक मिल रहे थे। अनलॉक के बाद इसकी कीमत कम होकर 10 रुपए तक हो गई थी। अब एक बार फिर से दामों में हुई वृद्धि ने लोगों की समस्या बढ़ा दी है।
पान मसालों का भी अभाव
जानकारी के मुताबिक सौ रूपए पुड़े में बिकने वाला गुटखा और डेढ़ सौ रुपए तक बिकने वाले पान मसालों के दाम में भी वृद्धि हुई है। वहीं बाजार में सबसे अधिक बिकने वाला पान मसाला राजश्री और विमल जैसे पान मसाला बाजार में नहीं मिल रहे हैं। इधर, गुड़ाखू के दाम 400 रुपए पैकेट की दर से मिल रहा है।
Add Comment