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इच्छामृत्यु नहीं मिली तो बुजुर्ग दंपत्ति ने रच डाली मर्डर की साजिश, जानें क्या है पूरा मामला

मुंबई। अपनी जिंदगी से परेशान एक बुजुर्ग दंपत्ति ने इच्छामृत्यु की गुहार राष्ट्रपति से लगाई थी, लेकिन जब वहां से कोई माकूल जबाव नहीं आया तो उन्होंने खुद के मर्डर की प्लानिंग रची और अपने पति को पत्र लिखकर खुद को मार डालने का सुझाव दिया। पत्र में लिखा कि अगर वे उन्हें मारते है तो उन्हें फांसी की सजा हो जाएगी। इस बुजुर्ग दंपत्ति की अब जीने की कोई इच्छा नहीं है। उन्हें लगता है कि समाज को अब उनकी जरुरत नहीं है। पत्र लिखने वाली महिला (पत्नि) रिटायर्ड स्कूल प्रिसिंपल, जिनका नाम इरावती है। उनके पति ने महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम के रिटायर्ड सुपरवाइजर जिनका नाम नारायण है।
इरावती ने अपने पति के नाम लिखे पत्र में कहा है कि आपने हम दोनों के लिए इच्छामृत्यु की मांग की है, लेकिन मुझे लग रहा है कि हमारी याचिका मानी जाएंगी। इस वजह से मुझे केवल एक हल दिखता है कि 31 मार्च के बाद आप कभी भी मेरा गला घोंटकर मुझे मार सकते हैं और इस संसार से मुक्त कर सकते हैं और यह एक योजनापूर्ण हत्या होगी, इसलिए कोर्ट से आपको भी इस अपराध के लिए फांसी मिल जाएगी। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक दंपती ने संतान पैदा नहीं कि,क्योंकि वह देश की आबादी बढ़ाने को सामाजिक अपराध मानते हैं। नारायण ने बताया कि अब उनके पास अपने अपने अंग दान देने के अलावा समाज को देने के लिए कुछ नहीं है। दंपती ने अपने अंगदान के लिए मुंबई के जेजे अस्पताल में भी रजिस्टर कराया है।

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