रायपुर। झीरम नक्सल हमले पर पीसीसी नेताओं ने आज एक बार फिर से एनआईए की जांच को लेकर ज्वलंत सवाल किए हैं। कांग्रेसजनों ने भाजपा पर भी निशाना साधते हुए कहा कि आज तक इस मामले की जांच रिपोर्ट नहीं मिल पाई है।
कांग्रेस मुयालय में एक प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पीसीसी प्रमुख मोहन मरकाम, वन मंत्री मोहमद अकबर ने कहा कि एनआईए झीरम घाटी हमले के बारे में पूछने पर गोलमोल जवाब देती है। जांच के संबंध में पूछे जाने पर कहा जाता है कि अभी जांच चल रही है और अधूरी है।
जबकि वर्ष 2016 में एनआईए ने ही कहा था कि जांच पूरी हो चुकी है। लेकिन वर्तमान में एनआईए का कहना है कि वह परिजनों द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर की जांच कर रही है और जांच पूरी नहीं हो पाई है। नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ.शिव कुमार डहरिया ने भाजपा के तत्कालीन मुयमंत्री डॉ.रमन सिंह पर सीधा आरोप लगाया है।
कांग्रेस ने सीधे आरोप लगाते हुए कहा कि यह घटना सुपारी किलिंग का है और इसमें निश्चित रूप से बड़े लोगों का ही हाथ है। इसमें भाजपा के नेताओं के भी शामिल होने की आशंका जताते हुए कांग्रेस नेताओं ने कहा कि राज्य में भाजपा की सरकार थी, बार-बार जांच की मांग किए जाने के बाद भी राज्य सरकार ने इतने बड़े मामले को गंभीरता से नहीं लिया।
केन्द्र की भाजपा सरकार ने पिछले 6 सालों में घटना की जांच की दिशा ही बदल दी है। भाजपा सरकार ने न तो स्वंय जांच कराना सही समझा और न ही इसकी जांच होने दे रहे हैं। प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए पीसीसी चीफ़ मोहन मरकाम ने कहा कि झीरम हमला एक राजनीतिक षड्यंत्र के तहत हुआ है, इसकी निष्पक्ष जांच जरूरी है।
Add Comment