अम्बिकापुर: वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लगाए गए लॉकडाउन अवधि में भी जिले के कार्यकर्ता एवं मितानिन ए.एन.एम के सहयोग से निर्धारित समयावधि में आंगनबाडी केन्द्रो में पहुंचकर फिजिकल डिस्टेसिग एवं अन्य सावधानियों को ध्यान में रखते हुए टीकाकरण के कार्य को बखुबी अंजाम दे रहे हैं।
गर्भवती माताओं का ए.एन.सी चेकअप बच्चो का टीकाकरण विटामिन ‘‘ए’’, आयरन सिरप, किशोरी बालिकाओ को आई.एफ.ए टेबलेट का वितरण नियमित रूप से किया जा रहा है। महिला एवं बाल विकास विभाग के जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री बसंत मिंज ने बताया है कि लॉकडाउन अवधि में शासन के निर्देशानुसार आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका द्वारा हितग्राहियों के घर जाकर टी.एच.आर एवं सूखा राशन का वितरण किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री सुपोषण अभियान अंतर्गत राज्य को एनिमिया एवं कुपोषण मुक्त बनाने हेतु 02 अक्टुबर से मुख्यमंत्री सुपोषण मिशन का शुभारंभ किया गया किन्तु कोविड 19 के कारण हुए लॉकडाउन के कारण आंगनबाडी केन्द्र बंद होने से इसके अंतर्गत प्रदाय की जा रही सामग्री (शिशुवती माताओं को गरम भोजन एवं 06 माह से 06 वर्ष तक के बच्चो को अण्डा) को सूखा राशन के रूप में समस्त पात्र हितग्राहीयों के घर तक पहुँचाया जा रहा है।
आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका अपने-अपने परिक्षेत्र में न केवल पूरक-पोषण-आहार वितरण का कार्य कर रहे है साथ ही करोना वासरस (कोविड-19) से लड़ने हेतु सुरक्षित उपाय अपनाने एवं जागरूकता लाने का भी कार्य कर रहे हैं। महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा सजग कार्यक्रम के तहत् युनिसेफ के सहयोग से ऑडियो कार्यकम तैयार किया गया।
इस कार्यक्रम के तहत् डिजिटल प्लेटफार्म के माध्यम से अभिभावको तक प्रत्येक सप्ताह बच्चो के समग्र विकास संबंधित ऑडियो मेसेज भेजे जा रहे हैं। इस ऑडियो मेसेज में अभिभावको को परवरिश को सुझाब के साथ बच्चो को अपनी कहानी सुनाने ढेर सारी बातचीत करने गीत से साथ प्यार दुलार और खेल सम्बंधित सुझाव शामिल है।
प्रत्येक सप्ताह चकमक अभियान हेतु गतिविधि कलेन्डर जारी किए जाते है। जिन्हे कार्यकर्ताओ के माध्यम से पालको के वाट्सअप नम्बर पर प्रेषित किया जाता है। पालक बच्चो से समय सीमा के अनुसार गतिविधि कराते है।
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