गरियाबंद। गरियाबंद वनमडल के परसुली परिक्षेत्र के अंतर्गत कल हाथियों के दल द्वारा हमला करने से एक व्यक्ति की मृत्यु के पश्चात उनके परिजनों को तत्कालिक सहायता के रूप में वन विभाग द्वारा 25 हजार रूपये प्रदान किया गया है।
वन मण्डलाधिकारी मयंक अग्रवाल ने बताया कि परसुली परिक्षेत्र के ग्राम गंजईपुरी मुड़ाबांधा के पास राजस्व भूमि में अमराई रोपण स्थल ठाकुर देव में 21 हाथियों का दल सपरिवार रुका हुआ था। वन विभाग द्वारा 5 किलोमीटर की परिधि के सभी गांव में मुनादी कर जंगल न जाने हेतु बताया गया था।
प्रात: काल से ही गंजईपुरी के सभी रास्तों पर वन कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई थी। जिसमें ग्रामीणों से जंगल में प्रवेश न करने हेतु कहा गया था। गंजईपुरी गांव के तीन व्यक्ति जंगल के रास्ते मोटर साइकिल में सवार होकर हाथियों को देखने जंगल के अंदर पहुंचे।
वे हाथियों को निकट से देखने हेतु एवं मोबाइल से फोटो लेने के उद्देश्य से हाथियों के नजदीक चले गए. जिससे संभवत: हाथियों ने उन पर हमला कर दिया जिससे दो व्यक्ति वहां से भाग निकले एवं एक व्यक्ति की मृत्यु हो गई। शाम 4 बजे ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी।
इस घटना की सूचना मिलने के उपरांत वन विभाग की टीम के द्वारा हाथियों के जंगल से निकलने के बाद घनश्याम ध्रुव के मृत्यु की पुष्टि की गई। उनके परिवार को तत्काल सहायता के रूप में राशि रूपये 25 हजार रूपये का भुगतान किया गया है।
वन मण्डलाधिकारी मंयक अग्रवाल ने बताया कि शासन के नियमानुसार मृतक व्यक्ति के परिवार को राशि रूपये 6 लाख के मुआवजे का भुगतान की कार्यवाही शीघ्र की जावेगी। पुलिस विभाग के साथ मिलकर मृतक को पोस्टमार्टम हेतु जिला चिकित्सालय गरियाबंद भिजवाया गया।
विभाग के द्वारा हाथियों के विचरण पर लगातार निगरानी रखी जा रही है एवं हाथी जहां भी विचरण कर रहे हैं उसके 5 किलोमीटर की परिधि के सभी गांव में मुनादी भी करवाई जा रही है। वनमंडल द्वारा नोवा नेचर वेलफेयर सोसाइटी के साथ समन्वय बनाकर सभी गांव में हाथी मित्र दल के गठन की भी कार्रवाई की जा रही है जिससे कि हाथियों के आने पर क्या करें एवं क्या ना करें इस हेतु ग्रामीणों को प्रशिक्षित किया जा रहा है।
वन विभाग ने पुन: सभी ग्रामीणों से अपील किया है कि जंगल में ना जायें एवं हाथियों के संबंध में कोई सूचना मिलती है तो तत्काल विभाग को सूचित करें। विभाग हाथियों के विचरण पर निरंतर निगरानी रखे हुए हैं, किसी भी परिस्थिति में हाथियों के निकट नहीं जाने अपील किया गया है।
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