कोरोना वायरस के बीच कॉन्गो (Congo) देश में एक और भयानक बीमारी फैलनी शुरू हो गई है. इसबार डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो (DCR) के पश्चिमी शहर में इस बीमारी की वजह से चार लोगों की मौत हो गई थी. जबकि, दो लोग अब भी इलाजरत हैं. कॉन्गो में फैली इस बीमारी को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के प्रमुख ने भी पुष्टि की है.
कॉन्गो के पश्चिमी इलाके में स्थित बान्डाका शहर में इबोला महामारी फैलनी शुरू हो गई है. इसकी वजह से यहां चार लोगों की मौत हो गई है. साल 2018 के बाद अब फिर से ये बीमारी देश के दूसरे हिस्से की तरफ पहुंची है. इससे पहले इबोला से सिर्फ पूर्वी इलाका प्रभावित था.
बान्डाका शहर में 6 लोग इबोला से संक्रमित पाए गए. इनमें से चार की मौत हो चुकी है. बान्डाका एक व्यापारिक शहर है. यहां पर करीब 15 लाख लोग रहते हैं. यह शहर कॉन्गो नदी के किनारे बसा है.
बान्डाका शहर पूर्वी इलाके में बसे शहर उत्तरी किवू शहर से करीब 1000 किलोमीटर दूर है. उत्तरी किवू शहर युगांडा की सीमा के पास है. यहां पर फैले इबोला की वजह से अब तक 2200 लोग मारे जा चुके हैं.
कॉन्गो में इस समय मीजल्स और कोरोना वायरस भी फैला हुआ है. मीजल्स की वजह से छह हजार और कोरोना की वजह से 71 लोगों की मौत हो चुकी है. कोरोना की वजह से इस देश में करीब 3000 लोग बीमार हैं.
WHO के प्रमुख डॉ. टेड्रोस अधनॉम घेब्रेसिस ने कॉन्गो में इबोला आउटब्रेक की पुष्टि करते हुए कहा कि यह बेहद खतरनाक स्थिति है. जबकि यहां पर पहले से बीमारियों ने गढ़ बना रखा है. कॉन्गो में इबोला महामारी की फिर एक नई लहर आई है. यह खतरनाक हो सकती है.
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