रायपुर। प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कांग्रेस सरकार के किसान न्याय योजना पर सवाल करते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार को कभी किसानों की चिंता नहीं रही है।
यदि रहती तो किसानों को अन्तर की राशि एक साथ ही समय रहते मिल जानी चाहिये थी। इतनी देरी के बाद भी प्रदेश सरकार किसानों को किश्तों में अंतर की राशि देने की बात कह रही है। श्री कौशिक ने कहा कि किसानों को तो एकमुश्त ही धान के अन्तर की राशि दी जानी चाहिये।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि पूरी अवधि के कुल राशि पर ब्याज भी किसानों को दिया जाना चाहिये। सत्ता में आने से पूर्व कांग्रेस ने गंगाजल लेकर कसम खाई थी कि किसानों का दान-दान धान खरीदेंगे और बोनस की राशि पूरी देंगे।
जब किसानों के हित की बात आई तो प्रदेश सरकार अब मुंह मोड़ रही है। पहले ही किसानों का धान कम खरीदा गया है, जिससे किसानों को तीन हजार करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा कि किसानों को बोनस देरी से मिलने से खेती के कार्य पर भी काफी असर पड़ रहा है।
श्री कौशिक ने कहा कि किसानों ने बैंकों से कर्ज भी ले रखा है। वक्त रहते अंतर की राशि मिलने से किसान कर्ज मुक्त भी हो सकता था। उससे होने वाले नुकसान की भरपाई करना भी संभव नहीं है।
नेता प्रतिपक्ष श्री कौशिक ने कहा कि किसानों की चिंता हमारी प्राथमिकता होनी चाहिये, लेकिन प्रदेश सरकार हर मुद्दों से बचने के लिये जरूरी मुद्दों से सबका ध्यान भटकाकर केवल सियासत करने में लगी रहती है।इससे ही स्पष्ट होता है कि प्रदेश सरकार की मंशा क्या है और किसानों के हित में वह कितनी गंभीरता से सोचती है?
श्री कौशिक ने कहा कि किसानों को एकमुश्त ही बोनस की राशि ब्याज के साथ मिलनी चाहिये। अभी यह भी तय नहीं है कि शेष राशि और कब मिलेगी, जिसे किश्तों में देने की बात प्रदेश सरकार कह रही है।
समय रहते किसानों को अन्तर की राशि नहीं मिलती है तो भाजपा का आन्दोलन किसानों के समर्थन में सदैव की तरह सदन से सड़क तक जारी रहेगा।
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