धमतरी। कोरोना मामले में हुई जिला प्रशासन की मॉक ड्रिल की कानोकान किसी को खबर नहीं हुई। बहुत ही गोपनीय ढंग से हुई माॅक ड्रिल से जिले में कोरोना संदिग्ध मिलने से हड़कंप मच गया।
पूरी टीम ने सच्ची घटना की तरह जवाबदारी निभाई। टीम ने पूरी सुरक्षा के साथ कोरोना संदिग्ध को घर से एंबुलेंस से उपचार के लिए उठाया।
उनके परिवार के तीन लोगों को भी जिला अस्पताल ले जाने के बहाने वाहन में ले गए। इसे देखकर वार्ड व शहर में दहशत का माहौल बन गया।
पुलिस व प्रशासन ने प्रभावित वार्ड व संदिग्ध के मकान को सील भी कर दिया। कोरोना संदिग्ध मिलने की खबर से शहर व आसपास गांवों में सन्नाटा पसर गया था।
शाम को जब जिला प्रशासन द्वारा मॉक ड्रिल की खबर जारी की गई, तब लोगों ने राहत की सांस ली। बेहतर ढंग से हुई जिला प्रशासन के इस माकड्रिल की चर्चा लोगों में होती रही।
29 अप्रैल बुधवार को जिला प्रशासन ने पहले से तय माकड्रिल में होने वाली गतिविधियों के अनुसार जालमपुर वार्ड के एक व्यक्ति का आरडी टेस्ट में कोरोना पाॅजीटिव आने की जानकारी स्वास्थ्य विभाग से प्राप्त हुई।
इसके बाद कोरोना फाइटर्स टीम से जुड़े अधिकारी-कर्मचारी तत्परता से कार्रवाई करते हुए उक्त व्यक्ति को स्वास्थ्य विभाग एवं पुलिस विभाग के विशेष सुरक्षा घेरे में लेकर एम्स रायपुर के लिए एम्बुलेंस में रवाना किया गया।
इस बीच जालमपुर वार्ड के प्रत्येक घर में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने स्वास्थ्य जांच की। इसी तरह नगर निगम की टीम के द्वारा हाइपो क्लोराइट लिक्विड का छिड़काव कर सैनिटाइजेशन किया गया।
साथ ही पूरे वार्ड को संवेदनशील क्षेत्र घोषित कर आवाजाही तथा लोगों का घर से निकलना पूर्णतः प्रतिबंधित कर दिया गया।
वार्ड के सभी प्रवेश द्वार पर पुलिस अधिकारी-कर्मचारी तैनात हो गए। चारपहिया वाहनों से वार्ड को सील किया गया। तेज सायरन बजाते हुए पुलिसकर्मी घूमते रहे।
इस दहशत से वार्डवासी घरों में दुबक गए। देखते ही देखते जालमपुर वार्ड में कोरोना वायरस संक्रमित मिलने की खबर आग की तरह फैल गई।
इससे शहर समेत आसपास के गांवों में दहशत का माहौल बन गया। शहर की सड़कों व गलियों में सन्नाटा पसर गया। ग्रामीण अंचल से लोग अपने परिचितों से जानकारी लेते रहे।
मॉकड्रिक की गोपनीयता में सफल हुई टीम
कलेक्टर रजत बंसल, एसपी बीपी राजभानू, जिला पंचायत की सीईओ नम्रता गांधी तथा एएसपी मनीषा ठाकुर ने पूरे क्षेत्र में स्वास्थ्य एवं पुलिस विभाग के अमले की तैनाती का जायजा लिया।
इसके बाद शाम साढ़े चार बजे कलेक्टर, एसपी, सीईओ तथा एएसपी ने मौके पर पहुंचकर यह स्पष्ट किया यह पूरी कार्रवाई माॅक ड्रिल के तौर पर की गई थी।
इसके तहत प्रशासन के विभिन्न विभागों द्वारा निष्पादित किए जाने वाले त्वरित कार्य एवं गतिविधियों का आत्म-आंकलन किया गया।
कलेक्टर ने मौके पर मौजूद क्विक रेस्पाॅन्स टीम के सदस्यों को बताया कि वर्तमान स्थिति को देखते हुए यह आवश्यक था कि गाहे-बगाहे जिले में कभी भी आपात स्थिति निर्मित होती है तो इसे लेकर जिला प्रशासन कितना संजीदा, सतर्क व सचेत है, इसकी जमीनी हकीकत का पता चला।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस को लेकर जिले में गठित विभिन्न टीमों ने क्विक रिस्पाॅन्स किया, इससे यह बात सिद्ध होती है कि यहां की टीम किसी भी प्रतिकूल स्थिति में अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करने में सक्षम है।
माॅकड्रिल में संबंधित विभागों के अधिकारियों ने बेहतर ढंग से अपने दायित्व का निर्वहन किया, इसके लिए पूरी टीम बधाई के पात्र हैं।
इस अवसर पर एसपी तथा सीईओ ने भी कहा कि आने वाले समय में किसी आपात स्थिति में चुनौतियों का सामना करने में हम कितन सक्षम हैं, इसके मद्देनजर यह कार्रवाई गोपनीय ढंग से की गई।
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