बलौदाबाजार। प्रदेशवासियों के लिए एक और बड़ी खबर सामने आई है। कोटा राजस्थान से विद्यार्थियों के सकुशल घर पहुंचने के बाद आब राहत शिविर में रह रहे मजदूरों की भी घर वापसी शुरू हो गई। आज 89 मजदूरों को घर पहुंचाया गया।
जिला कलेक्टर कार्तिकेया गोयल के निर्देश पर जिला में स्थित विभिन्न राहत शिविर में रह रहे मजदूरों को उनका घर भेजा जा रहा है।
यह मजदूर लॉकडाउन के चलते विभिन्न जगहों में फंस गए थे जिनकी आज सकुशल वापसी कराई जा रही है।
कसडोल विकासखण्ड के अंतर्गत देवरीकला राहत शिविर से जांजगीर-चांपा जिला के शिवरीनारायण एवं मालखरौदा क्षेत्र के 24 व्यक्तियों, सोनपुर राहत शिविर में रह रहे धरसींवा क्षेत्र के 19 व्यक्तियों, अचानकपुर शिविर में कांकेर जिले के 33 व्यक्तियों एवं कसडोल राहत शिविर से कोंडागांव जिले के 7 व्यक्तियों एवं उसी तरह सिमगा विकासखण्ड के अंतर्गत चंदेरी राहत शिविरों से 6 व्यक्तियों को तोकापाल बस्तर के लिए जिला प्रशासन के माध्यम से आज बसों से भेजा गया है।
सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों के तहत बसों में निश्चित निर्धारित संख्या में ही लोगों को बिठाया गया है। भेजने के पूर्व आज सुबह ही स्वास्थ्य विभाग के टीम द्वारा पुन:उनका स्वास्थ्य का परीक्षण किया गया। गाडिय़ों को भी सेनेटाइज किया गया।
सिमगा विकासखंड के अंतर्गत ग्राम चंदेरी स्थित राहत शिविर में रह रहे तोकापाल निवासी लक्ष्मण कश्यप ने बताया कि राहत शिविर में हमे जरा भी परेशानी नहीं हुआ।
हमें समय पर सारी सुविधाएं मिल जाती थी। सुबह नास्ता दोपहर का खाना और रात का खाना मिल जाता। प्रशासन ने सारी सुविधाओं का ख्याल रखा था। हमें जरा भी नहीं लगा कि हम घर के बाहर हैं।
इनके लिए हम सरकार एवं जिला प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया। जिला कलेक्टर कार्तिकेया गोयल ने बताया कि राज्य सरकार के दिशा निर्देश में मजदूरों को उनके घर तक छोड़ा जा रहा है।
उन्होंने कहा कि यह सभी मजदूर हमारे मेहमान थे उनको किसी भी तरह की कोई समस्या ना हो उसका विशेष ध्यान जिला प्रशासन के माध्यम से रखा गया। मजदूरों के रवाना के करने के पूर्व उनकी जानकारी सम्बंधित जिला प्रशासन को भी दे दिया गया।
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