भिलाई। इस्पात नगरी में गुटखा, तपकीर मंजन, गुड़ाखू के शौकीन लोगों को मनमानी कीमत के चलते मुसीबत का सामना करना पड़ रहा है।
देश में कोरोना वायरस के चलते हुए लॉकडाउन के बीच दूकानदार उपभोक्ताओं से चार-पांच गुनी कीमतें वसूली करने लगे हैं।
भुक्तभोगी उपभोक्ताओं में अधिकांशत: दिहाड़ी मजूदर, सामान्य श्रमिक और सीमित आय वाले वर्ग के लोग होते हैं।
उनका कहना है कि तीन रुपए की तंबाकू पुडिय़ा 20 रु., 5 रु. का गुड़ाखू 50 से 60 रु. 25 रु. का गुड़ाखू 150 से 200 रु. तथा 5 रु. का गुटखा 25 रुपए तक बिकने लगा है।
कई श्रमिक वर्ग की गाढ़ी कमाई दुकानदारों की जेबों में जा रही है, उपभोक्ताओं ने कहा है कि आखिर चार-पांच गुना कीमतें किस-किस के बीच बंट रही है।
बताया जाता है कि निर्माता कंपनियां अपने उत्पाद को एम.आर.पी.रेट में ही दे रही है किंतु दुकानदार और बिचौलिए मिलकर अत्यधिक कीमतों की राशि आपस में बांटकर उपभोक्ताओं की जेबें ढीली कर रहे हैं।
उपभोक्ताओं ने जिला प्रशासन से बिचौलियों और दूकानदारों की मिलीभगत से हुए इस भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाए जाने की मांग की है। (एजेंसी)
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