रायपुर। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव से मांग की है कि 75000 रैपिड टेस्ट किट खरीदने के लिए जो निविदा मंगाई गई थी उसकी उच्च स्तरीय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरे निविदा प्रक्रिया में अनेक विसंगतियां थी।
श्री कौशिक ने कहा है कि नियम के मुताबिक अल्पकालीन निविदा में कोई अमानत राशि रखी गई थी, जो कि भंडार क्रय नियम का खुला उल्लंघन था। इसी कारण जिन फर्मों ने निविदा में भाग लिया था उन्होंने अपने मन से कोई भी रेट डाल दिया और जब उन्हें लगा कि हम इस दर पर समान नहीं दे पाएंगे तो उन्होंने सामग्री देने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि अमानत राशि ना होने के कारण विभाग के द्वारा ना तो कोई राशि जब्त की गई और ना ही निविदाकार के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की गई। वहीं विभाग के द्वारा निविदा निरस्त करने के कोई और कारण बताए गए हैं जबकि वास्तव में निविदा इसलिए निरस्त की गई है कि सफल निविदाकार द्वारा दरें कम भरी गई है ऐसी चर्चा लगातार हो रही है।
नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि निविदा निरस्त करके कहीं ना कहीं सफल निविदाकार को मदद प्रदान की गई है जबकि सफल निविदाकार के द्वारा जो दर भरी गई है उस दर से यदि अधिक दर पर किट खरीदी जाती है तो संपूर्ण अंतर राशि सफल निविदाकार से लेने के नियम हैं मगर निविदा को निरस्त किया गया है। जिससे की निविदाकार को लाभ पहुंचाया जा सके। इस मसले पर स्वास्थ्य मंत्री सिंहदेव को कठोर कदम उठाकर अंतर की राशि सफल निविदाकार से वसूलने के लिए निर्देश देने चाहिए।
उन्होंने कहा कि भंडार क्रय नियमों का पालन ना करके निविदा को आमंत्रित करना व बाद में निविदा को निरस्त कर देने से महामारी से निपटने के लिए हमारा प्रदेश काफी पीछे चले गया। हम अब पूरे प्रदेश मेें बहुत तेज गति से परीक्षण नहीं कर पा रहे हैं जिससे यह तय नहीं हो पा रहा है कि और कितने संक्रमित व्यक्ति छत्तीसगढ़ में हैं जो कहीं अन्य लोगों को भी संक्रमित तो नहीं कर रहे हैं।
श्री कौशिक ने कहा कि विडंबना यह है कि विभाग का कहना है कि जो निविदा निरस्त की गई है वह केंद्र शासन द्वारा कस्टम में दी गई छूट व अन्य कारणों से दी गई है जबकि विभागीय मंत्री श्री सिंहदेव का बयान था कि भारत को प्राप्त होने वाले रैपिड टेस्ट किट का अमेरिका चले जाने के कारण निविदाकार प्रदाय करने में असमर्थ है। इस पूरे मामले की वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के लिए इसमें उच्च स्तरीय जांच की आवश्यकता है साथ ही साथ निविदाकार के विरुद्ध कठोर कदम उठाने के लिए निर्देश देने चाहिए ताकि निविदाकारों को स्पष्ट संदेश जाए कि भंडार क्रय नियम का उल्लंघन करने से कठोर कार्रवाई होती है। उन्होने कहा कि यदि सही निविदा का आमंत्रण किया जाता तो आज प्रदेश में 75000 किटों से परीक्षण त्वरित गति से प्रारंभ हो जाता। उन्होंने कहा कि साथ ही यह भी सुनिश्चित करना चाहिए कि जो किट की खरीदी हो वह मानक व निर्धारित मापदंड के अनुरूप ही हो ताकि उस में किसी भी प्रकार की विसंगति ना आए और जांच में सही परिणाम हमें प्राप्त हो।
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