रायपुर। कोरोना संकट की इस घड़ी में राज्य के सभी जिलों में गरीबों एवं अन्य स्थानों के फंसे श्रमिकों एवं निराश्रित लोगों को नि:शुल्क भोजन व खाद्यान्न पैकेट दिया जा रहा है। लॉकडाउन के चलते छत्तीसगढ़ में रोजाना दो लाख से अधिक लोगों को भोजन एवं खाद्यान्न सामग्री नि:शुल्क बांटा गया है।
राज्य के विभिन्न जिलों में संचालित राहत शिविरों में रह रहे अन्य प्रदेशों के प्रवासी श्रमिकों सहित जरूरतमंद लोगों को चाय, नाश्ता, भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री जिला प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से नि:शुल्क प्रदाय की जा रही है। 17 अप्रैल को राज्य में दो लाख 16 हजार 5 लोगों को एक ओर जहां नि:शुल्क भोजन एवं खाद्यान्न सामग्री प्रदान की गई वहीं दूसरी ओर कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिए एक लाख 4 हजार 407 लोगों को मास्क एवं सेनेटाइजर का नि:शुल्क वितरण किया गया।
यहां यह उल्लेखनीय है कि कोरोना संक्रमण की वजह से लॉकडाउन के चलते जिलों में प्रशासन द्वारा समाजसेवी संस्थाओं एवं दानदाताओं के सहयोग से संचालित राहत कार्यक्रमों एवं शिविरों के माध्यम से छत्तीसगढ़ राज्य में अब तक 31 लाख 37 हजार 962 लोगों को नि:शुल्क भोजन एवं खाद्यन्न पैकेट उपलब्ध कराया गया है। स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से कोरोना संक्रमण के बचाव के लिए 31 लाख 34 हजार 976 मास्क सेनेटाईजर एवं अन्य सामग्री का नि:शुल्क वितरण जन सामान्य को किया गया है।
जिला प्रशासन एवं समाजसेवी संस्थाओं के सहयोग से आज दुर्ग जिले में सर्वाधिक 81556 लोगों को नि:शुल्क भोजन एवं राशन प्रदाय किए जाने के साथ ही उन्हें कोरोना संक्रामक बीमारी से सुरक्षित रखने के लिए मास्क एवं अन्य सामाग्री का वितरण किया गया है। इसी तरह सुकमा जिले में 3603, राजनांदगांव में 8769, रायगढ़ 5438, बस्तर में 11,333, कांकेर में 2746, बीजापुर में 1672, जशपुर में 1129, कोरिया में 24281, सूरजपुर में 1285, बालोद में 392, कबीरधाम में 1924, बलौदाबाजार में 3864, धमतरी में 2225, महासमुंद में 1029, बलरामपुर में 8252, कोरबा में 8407 सरगुजा में 2983, जांजगीर-चांपा में 18327, बिलासपुर में 6500, रायपुर में 34486, कोण्डागांव में 12229, दंतेवाड़ा में 47648, बेमेतरा में 1320, गरियाबंद में 6694, नारायणपुर में 2232, मुंगेली में 17715 तथा गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 2373 जरूरतमंदों को नि:शुल्क भोजन, राशन एवं अन्य सहायता उपलब्ध कराई गई हैं।
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