मंत्रालय में कोरोना: अब तक 200 से ज्यादा केस… कर्मचारी संगठनों ने दी 14 सितंबर से सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी… CM ने CS को दी जिम्मेदारी…

सीएम भूपेश बघेल ने मंत्रालय और विभागाध्यक्ष भवन में लगातार कोरोना केस से अधिकारी-कर्मचारियों की नाराजगी को देखते हुए सीएस आरपी मंडल को जरूरी व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। सीएम बघेल ने दोनों भवनों में पर्याप्त सुरक्षा उपाय करने कहा है। मंत्रालय और इंद्रावती भवन में अब तक 200 से ज्यादा कोरोना केस आ चुके हैं। इसके अलावा 8 लोगों की कोरोना से जान जा चुकी है। इसके बाद अधिकारी-कर्मचारी डरे हुए हैं।
मुख्य सचिव समेत नोडल अफसर से भी मिल चुके हैं। इसके बाद भी कोरोना से बचाव के लिए कोई प्रभावी कदम नहीं उठाने पर सामूहिक अवकाश पर जाने की तैयारी में हैं। इस बीच मंगलवार को सीएम बघेल ने मुख्य सचिव से दोनों भवनों में प्रभावी ढंग कर्मचारियों की कोरोना से सुरक्षा की व्यवस्था करने कहा है। उन्होंने सभी कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों से चर्चा कर आवश्यक व्यवस्था बनाने के निर्देश दिए हैं। सीएम ने कहा है कि कोरोना संक्रमण के कारण अधिकारी-कर्मचारियों को अपने दायित्वों के निर्वहन में किसी भी तरह की परेशानी न हो इसके उपाय किए जाएं।
बंद संभव नहीं, अब एक-एक हफ्ते की ड्यूटी पर विचार कर रहे: जीएडी सचिव
इस मुद्दे पर जीएडी के सचिव डीडी सिंह ने भास्कर से कहा कि कोरोना महामारी है। सरकारी सिस्टम बड़ा युद्ध लड़ रहा है। ऐसे विपदा के समय में जहां से पूरा प्रदेश संचालित होता है, बंद करना संभव नहीं है। जो कोरोना पॉजिटिव हैं, उन्हें सरकार पूरी छुट्टी दे रही है। दवा का इंतजाम कर रही है। जो निगेटिव हैं, वे तो काम करें।
सिंह ने कहा कि स्टाफ को दफ्तरों में एक दिन छोड़ एक दिन बुलाने की व्यवस्था को बंद करने पर विचार कर रहे हैं, क्योंकि इससे संक्रमण बढ़ने की आशंका है। नई व्यवस्था के तहत वीकली आल्टरनेट कर हफ्तेभर काम हफ्ते भर छुट्टी करने पर विचार किया जा रहा है। इससे कोरोना के संक्रमण की चेन को भी रोका जा सकेगा।
मंत्रालय में पहले ही दिन मिले 22 पॉजिटिव, 14 से सामूहिक अवकाश पर जाएंगे दोनों जगह के कर्मचारी
मंत्रालय में अधिकारियों-कर्मचारियों की कोरोना जांच हो रही है। इसमें पूर्व में दिए सैंपलों की मंगलवार रिपोर्ट आई। इसमें 97 में से 22 कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। आशंका है कि इस संख्या में और इजाफा हो सकता है। इसके बाद कर्मचारी संगठनों ने 14 सितंबर से सामूहिक अवकाश पर जाने की चेतावनी दी है।
मंगलवार को मंत्रालय व इंद्रावती भवन के अधिकारी-कर्मचारियों की बैठक में फैसला लिया गया कि अधिकारी-कर्मचारी निर्धारित प्रपत्र में महामारी से बचने के लिए 14 दिन होम क्वारेंटाइन पर रहने की सूचना और वर्क फ्रॉम होम की अनुमति के लिए अपने कार्यालय प्रमुख को सामूहिक रूप से आवेदन देने का निर्णय लिया गया है। अब तक मंत्रालय और इंद्रावती भवन में दो सौ से ज्यादा कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिल चुके हैं।
मंत्रालयीन कर्मचारी संघ के अध्यक्ष कीर्तिवर्धन उपाध्याय, छत्तीसगढ़ शीघ्र लेखक संघ देवलाल भारती व राजपत्रित अधिकारी संघ के अध्यक्ष कमल वर्मा इस मुद्दे पर एक मंच पर आ गए हैं। उन्होंने 14 दिनों तक तत्काल मंत्रालय, विभागाध्यक्ष कार्यालय व संचालनालय को बंद करने की मांग की है। संघ की ओर से सीएस आरपी मंडल को ज्ञापन भी दिया गया है। उपाध्याय खुद पॉजिटिव हैं।
होम आइसोलेशन में हैं। उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के परिवारों दहशत में है। वे सपरिवार मुख्यमंत्री से मिलकर उन्हें बताएंगे की मंत्रालय में किसी अधिकारी को कर्मचारियों को बचाने में किसी अधिकारी को कोई रुचि नहीं है। मंत्रालय हुई 3 मौतों और बढ़ते पॉजिटिव केस को देखते हुए तुरन्त छुट्टी घोषित की जाए। जरूरत पड़ने पर वर्क फ्रॉम होम किया जाए।
राजपत्रित अधिकारी संघ अध्यक्ष वर्मा व शीघ्रलेखक संघ के अध्यक्ष भारती ने बताया कि आज कर्मचारियों की कोरोना से मौत के बाद महानदी भवन मंत्रालय, इंद्रावती भवन सहित नवा रायपुर क्षेत्र के विभागाध्यक्ष कार्यालयों को 14 दिन तक बंद करने के संघों के पदाधिकारियों की एक आवश्यक बैठक लंच समय में मंत्रालय के गेट नंबर चार के मैदान पर हुई।





