कोरोना संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में 21 दिनों के लॉकडाउन की घोषणा की है. इन हालातों को देखते हुए केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने सीबीएसई से कई बदलाव करने के सुझाव दिए थे. इसके लिए उन्होंने ट्वीट के जरिये सीबीएसई को सलाह दी थी.
उनके ट्वीट और लॉकडाउन की स्थिति को ध्यान में रखते हुए, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) ने कक्षा 1 से 8 के सभी छात्रों को अगली कक्षा में पदोन्नत करने का निर्णय लिया है. इसके अलावा सीबीएसई ने ये फैसला भी लिया है कि कक्षा 9 और 11 के छात्रों को स्कूलों के आंतरिक आकलन के आधार पर अगली कक्षा में पदोन्नत किया जाएगा.
ट्विटर पर एचआरडी मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने लिखा था कि कोविड-19 के कारण मौजूदा स्थिति को देखते हुए, मैंने सीबीएसई को सलाह दी है कि कक्षा एक से आठवीं तक के छात्रों को सीबीएसई अगली कक्षाओं में प्रमोट करें.
बुधवार को मानव संसाधन विकास मंत्री ने एक और ट्वीट करके ये भी कहा कि कोविड-19 के संक्रमण की मौजूदा स्थिति और छात्रों के शैक्षणिक भविष्य को ध्यान में रखते हुए मैंने सीबीएसई बोर्ड को केवल 29 मुख्य विषयों की बोर्ड परीक्षा आयोजित करने की सलाह दी है. सीबीएसई सिर्फ उन्हीं विषयों की परीक्षा कराए जो HEI (हायर एजुकेशनल इंस्टीट्यूट) में एडमिशन के लिए जरूरी हो.
इसके बाद सीबीएसई ने फैसला लेते हुए कक्षा एक से आठवीं तक के बच्चों को प्रमोट करने को कहा. वहीं बोर्ड परीक्षाओं के बारे में सीबीएसई ने कहा कि असाधारण परिस्थितियों को ध्यान में रखते हुए, बोर्ड को इस संबंध में अपनी नीति की समीक्षा करने के लिए मजबूर होना पड़ा है. वर्तमान स्थिति में, बोर्ड ने कुछ इस तरह से निर्णय लिया है:
1. बोर्ड केवल मुख्य विषयों के लिए परीक्षाओं का आयोजन करेगा जो पदोन्नति के लिए आवश्यक होंगे और उच्च शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए महत्वपूर्ण होंगे.
2. बाकी विषयों के लिए, बोर्ड परीक्षा आयोजित नहीं करेगा. ऐसे सभी मामलों में अंकन/मूल्यांकन के निर्देश बोर्ड द्वारा अलग से जारी किए जाएंगे.
3. इसलिए, जब स्थितियां परीक्षा आयोजित करने के अनुकूल होंगी तो केवल 29 विषयों के लिए परीक्षा आयोजित होगी.
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