बिलासपुर। स्थानीय विधायक शैलेष पांडेय ने अपने उपर लगे धारा 144 का उल्लंघन करने के मामले में हुए एफआईआर के बाद अपना पक्ष रखा है। उन्होंने कहा है कि इस मामले को लेकर वे कोट तक जाएंगे। यह जनता का अपमान है, विधायक का अपमान है। पुलिस यहां जनता पर अत्याचार कर रही है, लाठियां बरसा रही है।
विधायक शैलेष पांडेय ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि मैं इस मामले को कोट तक लेकर जाउंगा। पुलिस ने मेरे साथ गलत किया है। आप ही बताएं क्या जनता का सेवा करना अपराध है। ऐसे में तो कोई भी जनप्रतिनिधि सेवा नहीं करेंगा। जनता ने मुझे चुना है और मैं जनता का सेवा कर रहा था।
उन्होंने कहा कि यांत्रिकी तरीके से किसी की भूख मिटाई नहीं जा सकती।
लॉकडाउन कर दिया अब लोगों को भूख ही नहीं लगेगी। पुलिस और प्रशासन को पता ही नहीं है कि यहां गरीब कितने हैं, कितने बेसहारा है। कितने डेली मजदूर हैं। प्रशासन क्या उन्हें खाना खिला रहे हैं। यहां तो कलेक्टर और एसपी अपनी मनमानी कर रहे हैं। पुलिस तो व्यवस्था सुधारने के नाम पर लाठियां बरसा रहे हैं। आम जनता पर अत्याचार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने वीडियो भेज कर एडिशनल एसपी को सूचना दी। यह वीआईपी क्षेत्र है। यहां कई दफ्तर हैं।
विधायक-महापौर के निवास हैं। अचानक विधायक कार्यालय में सैकड़ों लोग पहुंच जाते हैं लेकिन पुलिसको पता नहीं चला। उनका विजलेंस क्या कर रहा था। क्यों खबर नहीं लगी। क्या यह राजनीति षडयंत्र है पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि यह मुझें पता नहीं लेकिन यह जनता का अपमान है विधायक का अपमान है। मैंने सुरक्षा मानकों का उल्लंघन नहीं किया।
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