सुकमा। जिले में लगातार दूसरी प्रेस विज्ञप्ति जारी कर नक्सलियों ने केंद्र सरकार के द्वारा लागू किए गए राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के विरोध में आगामी 1 अप्रैल को दंडकारण्य बंद का एलान किया है। बुरकापाल चिंतागुफा के मिनपा में 17 जवानों को शहीद करने में सफल होने के बाद नक्सलियों के हौसले बुलंद हैं।
भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी कि दक्षिण सब जोनल ब्यूरो द्वारा प्रेस नोट जारी करते हुए एनपीआर के अलावा नागरिक संशोधन कानून सीएए और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर एनआरसी को रद्द करवाने के लिए संघर्ष करने की बात लिखते हुए बंद का एलान किया है। नक्सलियों द्वारा जारी प्रेस नोट में कहा गया है कि यह तीनों कानून देश की गरीब जनता दलित आदिवासी अल्पसंख्यक व महिला विरोधी है। इसलिए इन तीनों कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर केंद्र सरकार के विरोध में 01 अप्रैल को बंद का ऐलान किया गया है।
प्रेस विज्ञप्ति में नक्सलियों ने लिखा है कि इस साल अप्रैल से पूरे देश में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर कार्यक्रम शुरू होगा यह काम 30 सितंबर तक चलेगा इसका बहिष्कार करना है। इसके विरोध में 01 अप्रैल को दंडकारण्य बंद को सफल बनानें का एलान किया है।
नक्सलियों ने कहा है कि देश के करोड़ों भूमिहीन व आवासहीन जनता के पास अपना और अपने माता-पिता का जन्मतिथि-जन्मस्थान का प्रमाण पत्र नहीं है। वही नागरिकता साबित करने के लिए आधार कार्ड वोटर कार्ड बैंक पासबुक व राशन कार्ड जैसे दस्तावेज भी काम नहीं आएंगे ऐसे में करोड़ों लोग एनपीआर के नाम पर परेशान होंगे।
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