रायपुर। राजधानी रायपुर में कोरोना के मरीज मिलने के बाद से ही हड़कंप मच गया है। स्वास्थ्य विभाग का पूरा अमला हालात पर नजर रखे हुए हैं। वहीं स्वास्थ्य मंत्री ने आज विभागीय अफसरों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिया है।
स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने आज विभागीय अफसरों की एक महत्वपूर्ण बैठक ली। बैठक में प्रमुख मुद्दे के रूप में राजधानी में कोरोना वायरस पीडि़त युवती के सामने आने, उसकी जांच रिपोर्ट पॉजीटिव मिलने के बाद आगे की रणनीति बनाने यह बैठक आयोजित की गई थी।
बैठक में बताया गया कि एक युवती जो विदेश यात्रा कर अपने घर लौटी थी उसमें कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है और उसे तत्काल एम्स में भर्ती करा दिया गया है। एम्स में उपचार की पूरी व्यवस्था है तथा यहां भी पृथक से वार्ड बनाया गया है जहां संदिग्ध और पीडि़त मरीजों को बेहतर ढंग से उपचार की पूरी व्यवस्था की गई है।
बैठक में इस बात पर विशेष मंथन हुआ कि इस बीमारी को रोकने तथा पीडि़त व्यक्तियों का संक्रमण न फैले इसके लिए क्या-क्या और उपाय किए जा सकते हैं। यदि मरीजों की संख्या बढ़ गई तो इसके लिए क्या व्यवस्था है।
इस पर विभागीय अधिकारियों ने बताया कि बड़े चिकित्सालयों से लेकर जिला अस्पताल तक इसके लिए तैयारी कर ली गई है। पृथक से वार्ड तैयार कर लिया गया है तथा करीब 400 बेड पृथक रखे गए हैं, ताकि संदिग्धों को अलग वार्ड में रखकर उनका उपचार किया जा सके।
स्वास्थ्य मंत्री श्री सिंहदेव ने कहा है कि इस बीमारी से डरने की नहीं बल्कि जागरूक रहने की जरूरत है। सुरक्षा उपाय अपना कर तथा सामाजिक दूरी बनाकर इस बीमारी से आसानी से बचा जा सकता है।
रायपुर में टेस्ट की पूरी व्यवस्था है। 26 जनवरी को जब इसकी सूचना मिली थी, तभी से स्वास्थ्य विभाग ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी थी। शासकीय व निजी अस्पतालों में आपसी सामंजस्य को बढ़ाया गया है।
उन्होंने कहा कि भीड़भाड़ वाले जगहों पर जाने से बचें। यह भी जरूरी है कि विदेश से लौटने वाले यात्रियों की पूरी जांच हो। उन्होंने कहा कि विदेश गए 70 लोगों की जांच कराई गई थी, जिनके से केवल एक मरीज का रिपोर्ट पॉजीटिव मिला है।
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