नई दिल्ली। दुनिया भर में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या अब 85 हो गई और 2 लोगों की मौत भी हो चुकी है। दूसरी मौत दिल्ली में हुई है। कोरोना वायरस से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह पहली मौत है। वहीं नागपुर के एक अस्पताल से कोरोना वायरस के 5 संदिग्ध मरीज भाग गए हैं।
जिसके चलते पूरे शहर में अलर्ट जारी कर दिया गया है। इसी तरह एक सख्स खुद बीमार था उसने अस्पताल से अपने पिता का शव को ले जाते हुए देखा लेकिन आखिरी बार वह अपने पिता से नहीं मिल पाया। अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाया।
नागपुर के अस्पताल से भागे 5 कोरोना संदिग्ध…पूरे शहर में अलर्ट…
कोरोना वायरस से लोग इतने ज्यादा खौफजदा हैं कि अस्पताल में अकेले रहकर इलाज भी नहीं कराना चाहते। कई तो जांच कराने से भी बच रहे हैं। महाराष्ट्र के नागपुर के एक अस्पताल से कोरोना वायरस के पांच संदिग्ध मरीज भाग गए हैं। यह घटना 13 मार्च की देर रात हुई। इसके बाद पूरे नागपुर में अलर्ट घोषित किया जा चुका है। अब इन मरीजों की तलाश की जा रही है।
नागपुर के इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में कोरोना के पांच संदिग्ध भर्ती थे। इन्हें संक्रमण की जांच के लिए अलग से बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में रखा गया था, लेकिन ये पांचों 13 मार्च की देर रात भाग गए।
नागपुर पुलिस ने इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि पूरे शहर में पुलिस को हाई अलर्ट पर तैनात कर दिया गया है। पूरे शहर में नाकाबंदी है। संदिग्धों को खोजा जा रहा है। वे ज्यादा दूर भाग नहीं पाएंगे। नागपुर में कोरोना वायरस की जांच में तीन मामलों की पुष्टि हुई थी।
इसके साथ ही महाराष्ट्र में वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 17 हो गई है। नागपुर में 12 मार्च को 45 वर्षीय व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई थी। यह व्यक्ति पत्नी और अपने दोस्त के साथ पिछले हफ्ते अमेरिका से लौटा था।
पिता के शव को अस्पताल से देखा…लेकिन नहीं मिल पाया…
कोरोना संदिग्ध ने आइसोलेशन वार्ड से अपने पिता का शव को ले जाते हुए देखा लेकिन दुर्भाग्य ही कहे की अंतिम संस्कार तो दूर वह अपने पिता को करीब से देख भी नहीं पाया।
शख्स ने लिखा कि जब पिता के शरीर को लाया गया तो मैं आखिरी बार उन्हें वीडियो कॉल से देखा। अगर मैं कोरोना सेल से संपर्क नहीं किया होता तो मैं अपने पिता से मिल लेता।
संक्रमित लोगों की संख्या हुई 85…
दुनिया भर में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है। वहीं, भारत में कोरोना से संक्रमित लोगों की संख्या अब 85 हो गई और 2 लोगों की मौत भी हो चुकी है। कोरोना के कारण जहां लोग अपनो को खो रहे हैं, वहीं हजारों लोग अपने परिजनों तक पहुंचने के लिए दुनिया के विभिन्न हिस्सों में फंसे हुए हैं। ऐसे में केरल से एक दर्द भरी कहानी सामने आई है।
एक शख्स अपने पिता को देखने के लिए कतर से लौटा था, लेकिन कोरोना वायरस होने के शक के कारण अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका। केरल के थोडुपुझा के मूल निवासी ने फेसबुक के जरिए अपने दर्द को बयां किया।
शख्स ने लिखा, जैसा ही मैं अस्पताल से बाहर आया मुझे खांसी शुरू हो गई और मेरे गले में खुजली महसूस हुई। शुरू में मैंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। फिर भी सुरक्षा को देखते हुए मैं कोट्टायम मेडिकल कॉलेज में कोरोना सेल में डॉक्टर से कंसल्ट किया। डॉक्टर ने मुझे बताया कि कतर के कई हिस्से में कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है और मुझे तुरंत आइसोलेशन वार्ड में शिफ्ट कर दिया गया।
वार्ड की खिड़की से पिता को ले जाते देखा
आइसोलेशन वार्ड में 9 दिन बिताने के बाद रात में खबर मिली कि उनके पिता को दौड़ा पड़ा और इलाज के दौरान उनका निधन हो गया। पिता और पुत्र दोनों एक ही अस्पताल में थे, लेकिन आइसोलेटेड प्रोटोकॉल के कारण शख्स अपने पिता से नहीं मिल सका। अगले दिन उनके पिता के शव को मेडिकल कॉलेज की मोर्चरी में लाया गया, लेकिन शख्स अपने पिता को आइसोलेशन वार्ड की खिड़की से एंबुलेंस में ले जाते देख पाया।
तीन घंटे बाद मोर्चरी पहुंचा कोरोना मरीज का शव
दिल्ली में कोरोना से पहली मौत होने के बाद आरएमएल अस्पताल में अफरातफरी मच गई। आधी रात को अस्पताल परिसर में कैट्स एंबुलेंस दौड़ती रहीं। वहीं अस्पताल के अधिकारी और प्रशासन दिखाई नहीं दिया। कोरोना से मौत की खबर आग की तरह पूरे अस्पताल में फैल गई।
गार्ड से लेकर डॉक्टर, मरीज से लेकर तीमारदार तक हर कोई कोरोना का नाम सुनते ही कहने लगे वार्ड नंबर पांच में भर्ती थी मरीज। रात को आठ बजे दम तोड़ दिया। हालांकि महिला का शव रात 11 बजे पोस्टमार्टम के लिए शवगृह पहुंचा। इस बीच महिला का शव वार्ड में ही रखा हुआ था।
जानकारी के अनुसार मोर्चरी में एक विशेष कमरा तैयार करने में डॉक्टरों को वक्त लग गया। महिला का शव इस कमरे में रखा है। शनिवार को महिला के शव को पोस्टमार्टम करने के बाद दफनाया जाएगा।
अस्पताल से मिली जानकारी के मुताबिक महिला मरीज कोरोना पॉजीटिव थी। ऐसे में उनका अंतिम संस्कार सामान्य तरीके से नहीं किया जा सकता। उन्हें दफन ही करना होगा। इसके लिए शनिवार को बाकायदा एक विशेष टीम तैयार की जाएगी। इस टीम के पास एक तरह का रसायन होगा जो दफनाने वाली जगह को पूरी तरह से खत्म कर देगा। इसके बाद शव को दफन किया जाएगा।
भारत में कोरोना वायरस से दूसरी मौत…
भारत में कोरोना वायरस से एक और मौत हो गई है। अबकी बार दिल्ली में कोरोना वायरस से मौत हुई है। कोरोना वायरस से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह पहली मौत है।
कोरोना वायरस के लक्षण मिलने के बाद 69 वर्षीय महिला को दिल्ली के राम मनोहर लोहिया हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। महिला डायबिटीज और हाइपरटेंशन से भी पीडि़त थी। मृतक महिला का बेटा हाल ही में विदेश से लौटा था।
इससे पहले कोरोना वायरस से कर्नाटक में एक व्यक्ति की मौत हुई थी। इस तरह भारत में कोरोना वायरस से अब तक दो लोगों की मौत हुई है। भारत में कोरोना वायरस के कुल 89 मामले सामने आए हैं, जिनमें से दो लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा इनमें से चार लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
कोरोना वायरस के 89 मामलों में से दिल्ली में कोरोना वायरस के 6 मामले, हरियाणा में 17, केरल में 22, राजस्थान में 3 मामले, तेलंगाना में एक मामला, उत्तर प्रदेश में 11 मामले, लद्दाख में 3 मामले, तमिलनाडु में एक मामला, जम्मू-कश्मीर में 2 मामले, पंजाब में एक मामला, कर्नाटक में 7 मामले, आंध्र प्रदेश में एक मामला और महाराष्ट्र में 17 मामले सामने आए हैं।
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