छत्तीसगढ़

चुनाव आयोग की नजर जोगी के डिनर पार्टी पर

रायपुर। अजीत जोगी ने पार्टी फंड के लिए एक शाम जोगी के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की थी। जिस पर चुनाव आयोग और आयकर विभाग के भय से कार्यक्रम पर ब्रेक लग गया हैं। एक तरफ जहां, नकद चंदा लेने पर चुनाव आयोग की कार्रवाई हो सकती है, वहीं दूसरी तरफ प्रति व्यक्ति 11 हजार वसूलने पर आयकर विभाग नजर टेढ़ी कर सकता है। यही वजह है कि जोगी को इस हफ्ते की डिनर पार्टी रद्द करनी पड़ी। जोगी ने एक शाम जोगी के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की थी। उनकी कोशिश थी कि समर्थकों व प्रशंसकों से ग्यारह-ग्यारह हजार रूपए नगद चंदा लेकर डिनर पार्टी की जाए। पार्टी के लोगों का दावा है कि डिनर पार्टी के लिए 2000 लोगों से संपर्क किया गया था। एक हजार ने बुकिंग कराई थी, जबकि 450 लोगों ने 11-11 हजार रूपए भी जमा करा दिए थे। जोगी ने हर हफ्ते एक या दो डिनर पार्टी रखने की बात कही थी। पिछले हफ्ते नौ जनवरी को कार्यक्रम की शुरूआत हुई। इस हफ्ते 20 जनवरी को दूसरी डिनर पार्टी रखने का विचार हुआ था, ले्िकन जोगी को कुछ लोगों ने समझाया कि नगद चंदा लेना पार्टी के लिए खतरा हो सकता है। इसके अलावा यह भी कानूनी सलाह मिली है कि 10 हजार या उससे अधिक चंदा लेने पर आयकर देना होगा। जोगी और उनकी पार्टी के वरिष्ठ नेता नियमों की छानबीन में लग गए हैं। यह पता किया जा रहा है, अगर नगद की जगह चेक लिया तो क्या उस पर भी चुनाव आयोग को आपत्ति होगी। आयकर से बचने के लिए चंदा की राशि 11 हजार से घटाकर 9999 रूपए करने पर भी विचार किया जा रहा हैं। ।

 

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