मितानिनें करेंगी अब ये काम भी…

दंतेवाड़ा। शाम ढलने के बाद गांव में सीटी की आवाज सुनाई दे तो समझना लोग सोने की तैयारी कर रहे हैं। यह सीटी उन्हें मच्छरदानी लगाकर सोने के लिए सचेत करने वाली होगी। गांव मितानिने लोगों को मच्छरदानी लगाने की आदत डालने प्रतिदिन यह काम करेंगे। स्वास्थ्य विभाग ने मितानिनों को यह जिम्मेदारी देते सीटियां बांट रहा है। मौसम परिवर्तन के साथ मच्छर और मलेरिया के मरीज बढऩे लगे हैं। बचाव के लिए स्वास्थ्य अमला घर-घर में मच्छरदानी बांटा लेकिन लोग उपयोग नहीं कर रहे हैं। उनके मच्छरदानी लगाकर सोने की आदत डलवाने की जिम्मेदारी मितानिनों को मिली है। मितानिने प्रतिदिन शाम ढलने के बाद लोगों को याद दिलाने सीटी बजाएंगी। इतना ही नहीं गांव में घुमकर घरों पर यह भी देखेंगी कि कोई बिना मच्छरदानी के सो तो नहीं रहा है। ऐसा हुआ तो उसे मच्छरदानी लगाने प्रेरित करेंगे। फिर भी नहीं माना तो पंच-सरपंच से उसकी शिकायत होगी।
जिले में मलेरिया के मामले काफी बढ़े हुए हैं। रोकथाम के लिए दवाओं के साथ लोगों को सरकारी मच्छरदानी मुफ्त में दी गई है। लेकिन इसका उपयोग सभी ग्रामीण करते नजर नहीं आते। चर्चा में ग्रामीण कहते हैं कि भूल गए या थके तो बिस्तर लगाते ही सो गए। ऐसे लोगों को जागरूक करने के साथ ही उन्हें नियमित मच्छरदानी लगाने की आदत डालने विभाग ने नया तरीका ढूंढा है। मितानिने शाम ढलने के बाद एक निश्चित समय पर गांव के निश्चित स्थलों पर पहुंच सीटी बजाएंगे। इसके बाद घरों का भी अवलोकन करेंगे। जिले में 1300 से अधिक मितानिनें हैं। जिन्हें उनके इलाके में जागरूकता लाने जिम्मेदारी दी गई है। राजेश्वरी, जिला मलेरिया सलाहकार ने बताया कि ग्रामीणों को नियमित मच्छरदानी लगाकर सोने की आदत डालनी है। इसके लिए मितानिनें गांव में सीटी बजाकर उन्हें सचेत करेंगी। घरों पर जाकर निरीक्षण भी करेंगी कि लोग मच्छरदानी लगा रहे हैं या नहीं। सीटी बजाने की तरीके बताकर मितानिनों को सीटी दी गई है।





