नई दिल्ली। शाहीन बाग प्रदर्शन मामले में सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और नौकरशाह वजाहत हबीबुल्लाह को मध्यस्थ नियुक्त किया है। वकालत का लंबा अनुभव रखने वाले संजय हेगड़े, साधना रामचंद्रन और पूर्व नौकरशाह वजाहत हबीबुल्लाह सरकार और प्रदर्शनकारियों के बीच पुल का काम करेंगे।
जानें कौन है मध्यस्था करने वाले…
संजय हेगड़े
सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील संजय हेगड़े हाल में ही अपने एक ट्वीट के कारण चर्चा में आए थे जिसके कारण उनका अकाउंट भी कुछ दिनों के लिए निलंबित कर दिया था। जिसे लेकर उन्होंने नाराजगी भी जताई थी।
ट्विटर पर उनके अकाउंट को फिर से रिस्टोर करने के लिए एक अभियान भी चला था। संजय हेगड़े ने एलएलबी की पढ़ाई 1989 में बाम्बे विश्वविद्यालय से की। इसके बाद उन्होंने 1991 में इसी विश्वविद्यालय से एलएलएम की पढ़ाई भी पूरी की।
वजाहत हबीबुल्लाह
भारत के पहले मुख्य सूचना आयुक्त रहे वजाहत हबीबुल्लाह भी सुप्रीम कोर्ट द्वारा नियुक्त मध्यस्थता टीम में शामिल हैं। हबीबुल्ला राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग के अध्यक्ष भी रहे हैं। इसके अलावा वे पंचायती राज मंत्रालय में भारत सरकार के सचिव रह चुके हैं। हबीबुल्लाह 1968 से अगस्त 2005 में अपनी सेवानिवृति तक भारतीय प्रशासनिक सेवा से अधिकारी रह चुके हैं।
इसके अलावा संशोधित नागरिकता कानून की संवैधानिक वैधता पर गंभीर आपत्तियों का उल्लेख करते हुए 106 पूर्व नौकरशाहों द्वारा लिखे गए खुले पत्र में भी पूर्व मुख्य सूचना आयुक्त वजाहत हबीबुल्ला शामिल थे।
साधना रामचंद्रन
सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील साधना रामचंद्रन दिल्ली हाईकोर्ट समाधान में मध्यस्थता विभाग की सचिव रह चुकी हैं।
यह भी देखें :
Add Comment