
कांकेर : पीडब्लूडी द्वारा आरसीपीएलडब्लूई (बैच-1) के अंतर्गत ग्राम रतेसरा से भनपुरी मार्ग निर्माण हेतु निविदा क्रमांक 58377 के लिए गुलाबचंद जैन पिता दानीदान जैन ने निविदा के लिए निर्धारित राशि 19 करोड़ 25 लाख के स्थान पर मात्र 12 करोड़ 36 लाख रू. में न्यूनतम राशि कार्यादेश प्राप्त कर 18 माह में निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया।
ठेकेदार को निविदा राशि से 7 करोड़ रू. कम में लिए जाने पर उसे 5 करोड़ 5 लाख रू. का एफडीआर जमा करना था। ठेकेदार गुलाबचंद जैन ने रतेसरा-भनपुरी सडक़ मार्ग का निर्माण तो कर दिया लेकिन सुरक्षा निधि के रूप में 5 करोड़ 5 लाख का एफडीआर विभाग के पास जमा नही किया गया।
पीडब्लूडी के तत्कालीन कार्यपालन यंत्री यू.के.मेश्राम ने ठेकेदार को पूर्ण संरक्षण प्रदान करते हुए न केवल उन्होंने साइलेन्ट पार्टनर की भूमिका निभाई बल्कि ठेकेदार को अनबैलेन्स की कुल राशि 5 करोड 5 लाख रू.एफडीआर जमा करने के स्थान पर 1 करोड़ 76 लाख एक हजार रू. एपीएस जमा करने कहा गया एवं इस पर भी ठेकेदार को 4 किश्तों में राशि जमा करने का अनुबंध कर लिया।
ठेकेदार ने पीडब्लूडी के कार्यपालन यंत्री यू.के.मेश्राम की दोस्ती का भरपूर फायदा उठाते ने 4 किश्तो (नवंबर 2020 से जून 2021) में एडीआर की अनुमति के साथ साथ जितना कार्य होगा उतना एपीएस वापस लेने का भी अनुबंध कर लिया गया।
सूत्रों का कहना है कि पीडब्लूडी के अधिकारी के कृपापात्र ठेकेदार में सुरक्षा निधि के स्थान पर शायद कोरा कागज ही जमा कर दिया था जिसे विभाग के अधिकारियों ने गंभीरता से नही लिया। इस खुली छूट का भरपूर फायदा उठाते हुए ठेकेदार ने 19 करोड़ की सडक़ को मात्र 12 करोड़ में बनाकर पीडब्लूडी विभाग के लिए कथित रूप से आदर्श प्रस्तुत किया है। सडक़ का निर्माण निर्धिारित अवधि में पूरा कर भी लिया है लेकिन अब सडक़ की गुणवत्ता की जांच होना लंबित है।